लहू सुशांत का पुकार रहा है , बॉलीवुड बरबाद हुआ ;
ढंका छिपा एजेंडा जिहाद का , पूरी तरह से नग्न हुआ ।
इसकी फिल्में राष्ट्र – विरोधी , धर्म – सनातन की दुश्मन ;
इनका सारा भेद खुल चुका , उद्वेलित हिंदू तन – मन ।
जो भी ऐसी फिल्में देखे , हिंदू – हित से घात करेगा ;
पूरा बहिष्कार हो इनका , इससे कम न बात करेगा ।
अज्ञान हट रहा हिंदू मन से , सोशल – मीडिया बता रहा ;
जेहादी हांडी काठ की जल गयी,अब ये खुद को जला रहा।
हिंदू – चेतना जाग रही है , कोई भी न रोक सकेगा ;
कदम-कदम बढ़ते जाना है, धर्म का दुश्मन बच न सकेगा ।
राष्ट्रप्रेम की उठे सुनामी , बॉलीवुड बह जाना है ;
सुशांत की हत्या एक बूंद थी , अब सागर बन जाना है ।
इतना बड़ा ये सागर होगा , सारा बॉलीवुड डूबेगा ;
बॉलीवुड के संगी साथी , अब पूरा कुनबा डूबेगा ।
फसल पाप की जाग उठी है , बोनेवाला ही काटेगा ;
सिद्धांत कर्म का सदा अटल है , करनी का फल भोगेगा ।
धन-दौलत सब चली जायेगी, धूल में इज्जत मिल जायेगी ;
टके सेर पूछे न कोई , सारी फिल्में पिट जायेंगी ।
अपने हाथ में लिये कटोरा , भीख मांग कर खायेंगे ;
फिल्म सिटी यूपी में खुल रही , उसको सफल बनायेंगे ।
कान खोल सरकारें सुन लें, सुशांत का कातिल पता करो ;
लीपापोती बंद करो सब , सत्य छिपाना बंद करो ।
अब न हिंदू मूर्ख बनेगा , सोशल-मीडिया जगा चुका है ;
कौन दोस्त है कौन है दुश्मन?हिंदू सब कुछ जान चुका है ।
उत्तर प्रदेश के इस चुनाव में , एड़ी चोटी का जोर लगाया ;
फिर भी योगी जीत के आया,साजिशकर्ता मुँह की खाया ।
यूपी – आसाम से आगाज हुआ है , अब सूर्योदय होना है ;
इसका प्रकाश हर ओर जायेगा , हिंदू-राष्ट्र बनाना है ।
सदियों अत्याचार सहा है , इससे मुक्ति पाना है ;
वामी ,जेहादी ,जिम्मी ,सेक्युलर , सत्ता से हट जाना है ।
राष्ट्र – विरोधी हार जायेंगे , राष्ट्रभक्त ही आयेंगे ;
परम – साहसी हिंदूवादी , हिंदू – राष्ट्र बनायेंगे ।
हिंदू – राष्ट्र बनेगा भारत , सत्यमेव जयते होगा ;
सारे कातिल पकड़ जायेंगे , तब सुशांत को न्याय मिलेगा ।
“जय हिंदू-राष्ट्र”
रचनाकार : ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”