मोदी सरकार द्वारा अगले पांच साल में 5 करोड़ अल्पसंख्यकों को छात्रवृत्ति देने की घोषणा से राष्ट्रवादी, हिंदूवादी और दक्षिणपंथी उबल रहे हैं। उन्हें लग रहा है कि नरेंद्र मोदी सेक्यूलरिज्म की राह पर हैं! जिस व्यक्ति ने सेक्यूलरिज्म को गाली बना दिया हो, उसके समर्थक जब उसे ही सेक्यूलर समझने लगें तो समझना चाहिए कि मामला गंभीर है! मोदी समर्थक यह भूल जाते हैं कि नरेंद्र मोदी की राजनीति में जो दिखता है, उसके पीछे बहुत कुछ न दिखने वाला भी मौजूद रहता है। आइए जानते हैं इस वीडियो से कि पीएम नरेंद्र मोदी की अल्पसंख्यक-नीति के पीछे की मंशा क्या है?