अर्चना कुमारी। कर्नाटक के एक कॉलेज में मुस्लिम छात्राओं ने हिंदू छात्राओं का जीवन तबाह कर दिया । किसी के उकसावे पर मुस्लिम छात्राओं ने शौचालय में जासूसी कैमरे लगा दिए जिसके चलते से 100 से ज्यादा हिंदू छात्राओं के नहाते व शौच करते हुए वीडियो रिकॉर्ड किए गए। इतना ही नहीं मुस्लिम छात्रों के व्हाट्सएप ग्रुप में वीडियो को वायरल कर दिया गया।
फिलहाल कॉलेज प्रबंधन ने शैफा, शबनाज और आलिया नामक मुस्लिम छात्राओं को कालेज से निलंबित कर दिया है लेकिन गुनाह इतना बड़ा है कि क्या उसे सिर्फ निलंबन से चुकता किया जा सकता है । इस घिनौनी हरकत के पीछे कौन मास्टरमाइंड है , उसका पता लगाना बेहद जरूरी है जबकि उस सिरफिरे को सख्त से सख्त सजा देनी चाहिए ।
इसके साथ ही सोशल मीडिया से उस वीडियो को नष्ट करना जरूरी हो गया है। मामला कर्नाटक की उडुपी में स्थापित नेत्र ज्योति कॉलेज का है ,जहां पर इस तरह की घिनौनी हरकत को अंजाम दिया गया। मदरसे में पढ़ने वाले छात्र और छात्राएं जब कॉलेज पहुंच जाती है तब वह दूसरे धर्म के छात्राओं को भी मुश्किल में डाल देती है। ऐसा ही कुछ कर्नाटक में हुआ।
मस्जिद और मदरसा से निकली छात्राएं वह कर गुजरी, जिसे अंदाजा लगाना किसी के लिए भी मुश्किल होगा। बताया जाता है हिंदू लड़की के अश्लील वीडियो बनाने के पीछे सनातन धर्म को बदनाम करना था।घिनौना लड़कियां बाकी लड़कियों के जीवन को इसलिए बर्बाद कर देती हैं क्योंकि वो हिंदू हैं ? हिन्दू छात्राओं से इतनी नफरत पाने वाले छात्र-छात्राओं को तो पढ़नेे का अधिकार छीन लेना चाहिए। बताया जाताा है कर्नाटक में उडुपी के प्रतिष्ठित नेत्र ज्योति कॉलेज के प्रबंधन ने महिलाओं के बाथरूम में एक मोबाइल कैमरा पाए जाने के बाद तीन छात्राओं को निलंबित कर दिया।
अंबालपाडी बाईपास के पास स्थित यह संस्थान एक निजी नेत्र अस्पताल और नर्सिंग होम है। आरोप है कि उन्होंने दूसरे समुदाय की महिलाओं के निजी पलों को रिकॉर्ड करने के लिए महिला शौचालय में एक सेल फोन छिपा दिया और फिर उसे व्हाट्सएप के माध्यम से अपने समुदाय के विद्यार्थियों को भेज दिया। वे कथित तौर पर सोशल मीडिया पर फुटेज साझा कर रहे थे।
शिकार हुई छात्रों तथा उसके परिजनों ने उडुपी के पुलिस अधीक्षक अक्षय हक से घटना की गहन जांच करने का आग्रह किया है। हालांकि, अभी तक थाने में कोई मामला दर्ज नहीं कराया गया है.