अर्चना कुमारी। बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की जा रही है लेकिन केंद्रीय नेतृत्व खामोश बैठा है। पश्चिम बंगाल में हिंदुओं का तो जीना मुहाल हो गया है क्योंकि ममता बनर्जी और खुलकर मुस्लिम परस्त राजनीति पर उतर आई है। बताया जाता है कि रंगदारी नहीं देने पर भाजपा कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया गया ।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि उत्तर दिनाजपुर में एक व्यापारी की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद बीजेपी ने जिले में 12 घंटे का बंद बुलाया है। भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि मृतक बीजेपी का कार्यकर्ता है और इसका नाम असीम सहा बताया गया है। कुछ युवक व्यापारी से कई दिनों से रंगदारी वसूलने की कोशिश कर रहे थे, इसके लिए वह शनिवार को भी पहुंचे थे।
लेकिन वहां पर इसके लिए मना करने पर उन्होंने व्यापारी पर हमला कर दिया और उसे चाकू से गोदना शुरू कर दिया। दावा किया कि इस दौरान उसे बचाने के लिए दूसरा व्यापारी भी आया लेकिन उन लोगों पर भी चाकू से घायल कर दिया, जिसके बाद वो वहां से भाग गए। बाद में दोनों घायलों को सिलीगुड़ी अस्पताल ले जाया गया, जहां असीम साहा नाम के व्यापारी की मौत हो गई। बताया जाता है कि यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है लेकिन पुलिस अब तक आरोपियों को नहीं पकड़ पाई है।
यहां के पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता एक-एक करके मारे जा रहे हैं लेकिन केंद्रीय नेतृत्व कोई ठोस उपाय नहीं कर रहा है । बताया जाता है कि स्थानीय यूनिट भाजपा इस बारे में कई बार केंद्रीय नेतृत्व को बता चुकी है लेकिन राष्ट्रपति शासन भी नहीं लगाया जा रहा है ।
पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर इस्लामपुर में जहां पर घटना हुई वह मुस्लिम बहुल इलाका माना जाता है। आशंका है कि आरोपी मुस्लिम हो सकते हैं जबकि इसी के विरोध में उसने 12 घंटे के लिए उत्तर दिनाजपुर जिले में बंद बुलाया है । गौरतलब है कि बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान शुरू हुई हिंसा अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही है और हाल में ही एक महिला को यहां पर निर्वस्त्र घुमाया गया था। उस मामले में भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है।