अर्चना कुमारी। गाजीपुर मंडी में मिले बम के बाद भी राजधानी में आतंकी हमला होने का खतरा बरकरार है । पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस बारे में खुफिया ब्यूरो ने दिल्ली पुलिस को सतर्क रहने के लिए कहा है । अलर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर आतंकी संस्था आईएसआईएस तथा खालिस्तान लिबरेशन फोर्स भारत के बड़े नेताओं को टारगेट किए जाने के अलावा भीड़भाड़ वाले बाजारों में धमाका करने की योजना तैयार कर रखी है। पुलिस का कहना है कि खालिस्तान लिबरेशन फोर्स ने इस्लामिक आतंकियों के साथ मिलकर इस तरह की साजिश तैयार की है जबकि इस तरह की सूचना मिलते ही दिल्ली तथा आसपास के इलाकों में सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है।
पुलिस के सूत्रों का कहना है कि आईएसआई के इशारे पर आईएसआईएस ,खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के अलावा जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिदीन, बब्बर खालसा इंटरनेशनल तथा सिख फॉर जस्टिस आदि आतंकी संगठन अपने गतिविधि को अंजाम दे सकते हैं और इस काम में स्लीपर सेल की मदद ली जा सकती है। इस बीच गाजीपुर फूल मंडी बम मिलने के मामले में टेलीग्राम पर अल कायदा से जुड़े आतंकी संगठन मुजाहिद्दीन गजवात इसकी जिम्मेवारी ली लेकिन दिल्ली पुलिस ने इसे कथित तौर पर फर्जी बताया ।
इस बीच दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है और सुरक्षा में अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती सुनिश्चित की गई है। जारी एक आदेश के अनुसार, गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में 20 जनवरी से 15 फरवरीी तक ड्रोन (यूएवी), पैराग्लाइडर और गर्म हवा के गुब्बारों सहित उप-पारंपरिक हवाई प्लेटफार्मों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
आदेश के अनुसार, पैरा-ग्लाइडर, पैरा-मोटर्स, हैंग ग्लाइडर, मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी), मानव रहित हवाई सिस्टम (यूएएस), माइक्रोलाइट विमान, रिमोट संचालित विमान, गर्म हवा के गुब्बारे, क्वाडकॉप्टर या विमान से पैरा-जंपिंग समेत अन्य उप-पारंपरिक हवाई संसाधनों के उपयोग से आम जनता, गणमान्य व्यक्तियों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है।
आदेश के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने पैरा-ग्लाइडर, पैरा-मोटर्स, हैंग ग्लाइडर, यूएवी, यूएएस, बेहद हल्के एयरक्रॉफ्ट, रिमोट से संचालित एयरक्रॉफ्ट, हॉट एयर बैलून, छोटे आकार के एयरक्राफ्ट, क्वाडकॉप्टर या पैरा- जंपिंग जैसे उप पारंपरिक हवाई संसाधनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। आदेश में कहा गया है कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में इन उड़ानों को संचालित करना दंडनीय होगा आदेश में बताया गया है कि कुछ आपराधिक या असामाजिक तत्वों या आतंकवादियों द्वारा आम जनता, गणमान्य व्यक्तियों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने की आशंका की रिपोर्ट के मद्देनजर आदेश जारी किया गया।
इतना ही नहीं गणतंत्र दिवस के मद्देनजर, समारोह वाले पूरे क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और चेहरे की पहचान वाले सॉफ्टवेयर से लैस सीसीटीवी की निगरानी में समारोह आयोजित किया जाएगा। इस मौके पर स्थानीय इकाई, विशेष प्रकोष्ठ, विशेष शाखा, यातायात, स्वाट (आल- वीमेन स्पेशल वेपन एंड टेक्टिक्स) दिल्ली पुलिस की सभी इकाइयां और नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) की टीमों के अलावा अर्धसैनिक बल भी तैनाती की जाएगी । दो अलग-अलग जगहों पर ड्रोन रोधी प्रबंधन प्रणाली लगाई गई हैं।
अतिरिक्त चौकसी के लिए ऊंची इमारतों पर भी पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा। किसी भी शत्रुतापूर्ण विमान पर नज़र रखने और उससे निपटने के लिए एक वायु रक्षा बंदूक भी तैनात किया जा रहा है। गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में जिन लोगों का टीकाकरण पूरा हो चुका है उन्हें ही शामिल होने की अनुमति होगी। करीब 14,000 आमंत्रियों को इस साल अनुमति होगी जिसमें से करीब 4,000 टिकट जनता के लिए जारी किए गए हैं। दिल्ली पुलिस के अनुसार बहु स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है और सुरक्षा बल हमेशा सतर्कता बरत रहा है।
एक अधिकारी ने बताया कि हम आतंकवाद रोधी और तोड़फोड़ रोधी गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हालांकि, यह एक सामान्य प्रोटोकॉल है, लेकिन राष्ट्रीय महत्व की किसी भी घटना से पहले हम इसे विशेष रूप से करते हैं। आगामी गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के साथ, हमने अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है और अतिरिक्त बल को तैनात किया है।
हाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काफिले की सुरक्षा में सेंध का हवाला देते हुए दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में ऐसी कोई घटना न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए बल अतिरिक्त सतर्क है।चूंकि प्रधानमंत्री की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है, इसलिए हमने अपनी चौकसी बढ़ा दी है और यह सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त जन शक्ति तैनात की है कि ऐसी घटना (पंजाब) दोबारा न हो। हमें खुफिया जानकारी भी मिली है कि आतंकी या ड्रोन हमला हो सकता है।