अर्चना कुमारी । जेएनयू एक बार फिर चर्चा में तब आया जब वहां दो छात्र गुटों के बीच मारपीट हो गई । पुलिस का कहना है कि दोनों छात्र गुट किसी राजनीतिक पार्टी से संबंध नहीं रखते हैं लेकिन मारपीट के दौरान 2 छात्र अवश्य जख्मी हुए। पुलिस का दावा है कि जेएनयू छात्र निशांत नगर पुत्र ब्रह्मपाल नगर की शिकायतकर्ता पर एफआईआर संख्या 422/22 यू/एस 323/341/34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जेएनयू के छात्र कार्तिक पुत्र गोपाल की शिकायत पर थाना वसंतकुंज उत्तर में एफआईआर संख्या 423/22 यू/एस 323/341/34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच जारी है। इससे पहले पुलिस ने बृहस्पतिवार को कहा था कि मामले की शिकायत पुलिस में नहीं की गई है, जिसके चलते कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। पुलिस का कहना था कि बृहस्पतिवार शाम करीब करीब 5 बजे एक पीसीआर कॉल आई कि नर्मदा हॉस्टल के पास जेएनयू में छात्र आपस में लड़ रहे हैं।
इस तरह की सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और वहां मौजूद छात्रों को तितर-बितर किया क्योंकि वहां पर मौजूद छात्र एक दूसरे को मारने पीटने पर आमादा दिख रहे थे। उनका कहना था कि मौके पर पहुंचने पर पुलिस टीम को पता चला कि जेएनयू के छात्रों के दो गुटों के बीच एक निजी मुद्दे को लेकर कहासुनी हो गई थी, जिसके चलते आपस में मारपीट हो गई।
इस घटना में दो लोग जख्मी भी हुए है और उनका उपचार किया जा रहा है , पुलिस सूत्रों का कहना है कि घटना के बाद से मौके पर भारी संख्या में पुलिसबलों की तैनाती कर दी गई है ताकि अप्रिय घटनाओं को रोका जा सके। पुलिस ने बताया कि दो छात्रों का पर्सनल झगड़ा था, जिसमें कुछ अन्य छात्रों ने बीच बचाव किया था, जिसके बाद वहां तनाव फैल गया। इस दौरान दोनों पक्षों की ओर से जमकर ईंट-पत्थर चले जिसमें दो लोग घायल हुए ।
मामला जेएनयू का होने के कारण मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पहुंचे और परिसर के सभी प्रवेश व निकास द्वार पर जांच शुरू कर दी। जांच के बाद ही किसी को अंदर जाने व बाहर आने दिया गया। हालांकि कुछ छात्रों ने बाहर से आए छात्रों द्वारा मारपीट किए जाने का आरोप लगाया है , पुलिस इस आरोपों के मद्देनजर छानबीन में जुटी हुई है। पुलिस के अनुसार झगड़े की वजह के बारे में जानकारी किया जा रहा है ।
गौरतलब है कि जेएनयू पहले भी कई बार चर्चा भी आ चुका है यहां पर ही देश विरोधी नारे लगाए गए थे तथा कन्हैया कुमार और उमर खालिद जैसे छात्र कथित नेता चर्चा में रह चुके हैं। इन में कन्हैया कुमार तो कांग्रेस पार्टी जॉइन कर लिया लेकिन उमर खालिद दिल्ली दंगों के चलते फिलहाल जेल में बंद है। इससे पहले, जनवरी 2020 में भी जेएनयू में नकाबपोश बदमाशों ने छात्रों पर हमला किया था।
बताया जाता है कि उस समय लाठी-डंडों से लैस करीब 50 नकाबपोश बदमाशों ने इस हमले को अंजाम दिया था और हमले में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संगठन अध्यक्ष आइशी घोष गंभीर रूप से घायल हो गई थीं, कई अन्य छात्र भी हमले में घायल हुए थे। दक्षिणपंथी संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और बाम संगठनों के बीच कई महीने तक तनाव का माहौल जेएनयू में कायम रहा था।