विपुल रेगे। हिन्दी फिल्म उद्योग में हीरोइन की ऑन स्क्रीन उम्र आमतौर पर कम ही होती है। पदार्पण के बाद अधिक से अधिक पंद्रह वर्ष तक लीड रोल मिलते हैं और उसके बाद कैरेक्टर रोल्स से काम चलाना पड़ता है। 35-36 की उम्र आते-आते फिल्मों के प्रस्ताव भी कम हो जाते हैं। कंगना रनौत उम्र के इसी दौर से गुज़र रही हैं। वे अपने कॅरियर के उतार पर हैं। रविवार को उनकी एक नई फिल्म ‘चंद्रमुखी 2’ का ट्रेलर रिलीज हुआ है। कंगना कॅरियर के ऑक्सीजन टैंक में नई ऑक्सीजन भरने की कोशिश में हैं।
जैसे इन दिनों बॉलीवुड में बूढ़े शेरों की वापसी का माहौल बना हुआ है, वैसे ही बॉलीवुड की बूढ़ी शेरनियां भी अपना दम दिखा रही हैं। दीपिका पादुकोण के कॅरियर को ड्रग्स काण्ड से लगभग पलीता लग चुका था लेकिन ‘पठान’ के सफल होते ही उनकी मार्केट वेल्यू में इज़ाफ़ा हो गया। अब दीपिका बड़े ब्रांड के विज्ञापनों में दिखाई दे रही हैं। कंगना रनौत लंबे समय से फ्लॉप चल रही हैं। उन्हें भी दीपिका की तरह एक ‘स्मैश शॉट’ की आवश्यकता है।
2019 में ‘मणिकर्णिका’ की आंशिक सफलता के बाद के पांच वर्ष में उनकी फ़िल्में औंधे मुंह गिरी हैं। सन 2021 में कंगना का एक बड़ा प्रोजेक्ट ‘थलाईवी’ बुरी तरह असफल रहा। एक विशेष दल के प्रति आसक्ति और फ़िज़ूल बयानबाज़ी ने उनके कीमती वर्ष स्वाहा कर दिए। बीते पांच वर्ष में कंगना की लोकप्रियता तेज़ी से उठी। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ एलान-ए-जंग करने के समय उनकी प्रसिद्धि चरम पर थी। ये वह समय था, जब कंगना विधिवत राजनीति में उतर सकती थीं। हालाँकि प्रसिद्धि के उस ‘नुकीले चरम बिंदु’ पर कंगना अधिक देर टिकी नहीं रह सकीं।
नई फिल्म ‘चंद्रमुखी 2’ कंगना के कॅरियर को पटरी पर ला सकेगी, इसमें संदेह है। पी.वासु द्वारा निर्देशित इस तमिल फिल्म में कंगना की लीड भूमिका है। पी.वासु का कॅरियर बहुत समय से अच्छा नहीं चल रहा है। ‘चंद्रमुखी’ का पहला भाग सन 2005 में रिलीज हुआ था। उसके बाद इस तरह की तमाम फ़िल्में बनकर रिलीज हो चुकी है। पहले भाग में रजनीकांत थे लेकिन दूसरे भाग में एक नया अभिनेता होगा। इस फिल्म को पैन इंडिया भी नहीं कहा जा सकता। ये संपूर्ण रुपेण तमिल भाषा की फिल्म है।
कंगना के अगले दो महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट उन्हें कुछ समय के लिए और बॉलीवुड क़्वीन बनने का अवसर दे सकते हैं। अक्टूबर में उनकी ‘तेजस’ रिलीज होगी। इस फिल्म में कंगना एयर फ़ोर्स पॉयलट की भूमिका में दिखाई देंगी। इसके बाद उनकी महत्वाकांक्षी फिल्म ‘इमरजेंसी’ प्रदर्शित होगी। दोनों ही फिल्मों से कंगना को औसत उम्मीद ही लगानी चाहिए। ‘चंद्रमुखी 2’ पर मीडिया द्वारा 45 से अधिक ख़बरें प्रकाशित की गई है। इसका अर्थ है कि कंगना का ‘पीआर’ जी जान से उनकी तमिल फिल्म को हिन्दी पट्टी में प्रचारित कर रहा है।
15 सितंबर को प्रदर्शित हो रही ‘चंद्रमुखी 2’ को तमिल पट्टी में अवश्य प्रतिसाद मिल सकता है लेकिन हिंदी टिकट खिड़की उस समय ‘जवान’ के तूफ़ान से गुज़र रही होगी। शाहरुख़ खान की ‘जवान’ 7 सितंबर को रिलीज हो रही है और प्रारंभिक रिपोर्ट्स बहुत उत्साहजनक है। ऐसे में कंगना की नाव इस तूफ़ान में पलट सकती है।