‘मैन वर्सेज वाइल्ड’ का टीजर सामने के बाद अचानक ख़बरों का बाज़ार गर्म हो उठा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बेयर ग्रिल्स के फोटोग्राफ्स और वीडियो सोशल मीडिया में तेज़ी से वायरल हो गए। जैसा कि होता आया है, भारत ने इसे सहज ढंग से नहीं लिया। एक वर्ग इस शो के लिए बहुत उत्साहित है लेकिन दूसरी ओर कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि पुलवामा हमले के समय मोदी इस शो की शूटिंग में व्यस्त थे। हालांकि कांग्रेस के आरोप का कोई आधार नज़र नहीं आ रहा है। भारत के साथ एक बड़ी समस्या ये है कि वह संकेतों को न समझकर बातों को स्थूल रूप में पकड़ता है। चाहे वह कांग्रेस पार्टी हो या फेसबुक, उनका नज़रिया बहुत आशाजनक नहीं दिखाई देता। ज़्यादातर इसे रोमांचक शो की तरह ले रहे हैं और कुछ विरोध पर उतर आए हैं।
‘मैन वर्सेज वाइल्ड’ का टीजर सामने के बाद सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा करते हुए बताया कि साल 2018 की गणना के मुताबिक़ देश में बाघों की संख्या लगभग तीन हज़ार हो चुकी है। मोदी ने कहा ‘भारत दुनिया में बाघ के सबसे बड़े और सुरक्षित निवास में से एक बन गया है।’ मैन वर्सेज वाइल्ड’ का टीजर और विश्व बाघ दिवस पर खुशखबरी देने की टाइमिंग पर गौर कीजिये। जंगल में रोमांच सामने दिख रहा है लेकिन उसके पीछे की नीति को समझने की आवश्यकता है। 12 अगस्त को प्रसारित होने वाले इस शो में मोदी पर्यावरण सरंक्षण और वन्य जीवन पर ही बोलते दिखाई देंगे। इसमें क्या बुरा है कि भारत पर्यावरण व वन्य जीव सरंक्षण के लिए जो अच्छे कार्य कर रहा है, उनके बारे में दुनिया को पता चले।
‘मैन वर्सेज वाइल्ड’ में बेयर ग्रिल्स के साथ एडवेंचर राइड के दौरान मोदी कहते हैं ‘ मुझे लगता है कि विकास और पर्यावरण के बीच एक स्वस्थ संतुलन बनाना संभव है। हमारा देश वह देश है जहां हजारों वर्षों से सहअस्तित्व की शिक्षा दी जाती रही है।’ ये बात गौर करने लायक है कि देश की प्रदूषित होती नदियों को साफ़ करने की दिशा में इस सरकार ने मजबूत कदम उठाए हैं। देश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए नए प्रोजेक्ट शुरू किये गए हैं। देश आने वाले दिनों में पेट्रोल से मुक्त होने की दिशा में आगे बढ़ेगा। अगले साल मारुति और टाटा जैसी नामी कंपनियां अपने इलेक्ट्रिक चलित एसयूवी मार्केट में उतारने जा रही हैं। क्या हमारी इस बात के लिए प्रशंसा नहीं होती कि हमने दूसरे देशों की तुलना में अधिक जंगल बचाए हैं।
यदि आप ध्यान देकर सोचेंगे तो पाएंगे कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘मैन वर्सेज वाइल्ड’ में खुद को पेश करना रोमांचकारी होने से अधिक भारत की छवि को पर्यावरण संरक्षक दिखाने का प्रयास करना है। कांग्रेस व अन्य विरोधियों को ये नहीं भूलना चाहिए कि नरेंद्र मोदी विश्व में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। कौन भारतीय नहीं चाहेगा कि विश्व में उसका देश शक्तिशाली, उदार, पर्यावरण हितैषी न दिखाई दे। सारा मामला छवि का है। समझ सको तो समझ लो। घर की इज़्ज़त यूँ न उछालो।
सटीक….