शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज व ग़ाज़ियाबाद पुलिस के अधिकारियों के बीच कई वार्ताओं के बाद अंततः पुलिस आयुक्त अजय मिश्रा जी के हस्तक्षेप के बाद समझौता हो गया।
पुलिस आयुक्त अजय मिश्रा जी ने महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी को बताया कि गाज़ियाबाद पुलिस या उत्तर प्रदेश सरकार का उनकी धार्मिक आस्थाओं पर अतिक्रमण करने का कोई विचार नही है बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का सख्त आदेश है कि उनकी सुरक्षा हर हाल में की जानी है। उन्हें विश्व के सबसे खूंखार आतंकवादी संगठनों से खतरा है और उनकी हत्या के लिये आतंकवादी कितने ही निर्दोष लोगों की हत्या कर सकते हैं।
उनके कांवड़ यात्रा पर जाने से उनके साथ रहने वाले उनके सभी निर्दोष साथी आतंकवाद की भेंट चढ़ जाएंगे।अगर इस विषय मे महामंडलेश्वर जी पुलिस को सहयोग करते हुए अपनी यात्रा को स्थगित कर देते हैं तो पुलिस भविष्य में उनके मन्दिर में होने वाले आयोजनों के लिये विधिसम्मत सम्पूर्ण सहयोग करेगी।
पुलिस आयुक्त अजय मिश्रा जी के इस प्रस्ताव के बाद दोनों पक्षो में यह तय हुआ कि अगर विश्व धर्म संसद में कोई आपत्तिजनक बाते ना किये जाने की जिम्मेदारी महामंडलेश्वर जी ले तो गाज़ियाबाद पुलिस विश्व धर्म संसद को सुरक्षा व अनुमति प्रदान करेगी।
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी ने पुलिस आयुक्त को बताया की विश्व धर्म संसद का उद्देश्य सत्य और न्याय को समाज मे स्थापित करके आतंकवाद और अन्याय का वैचारिक हल खोजना है ना कि किसी भी प्रकार की हिंसा या आतंकवाद का समर्थन करना।इसीलिए विश्व धर्म संसद में सम्पूर्ण विश्व के सभी मतो और सम्प्रदायों के धर्मगुरुओं को आमंत्रित किया जाएगा।
इस पर दोनों पक्षो की सहमति बनी और पुलिस आयुक्त अजय मिश्रा जी ने विश्व धर्म संसद को सभी तरह की सुरक्षा, अनुमति और विधि सम्मत सहयोग प्रदान करने का वादा किया।