आईएसडी नेटवर्क। तमिल अभिनेता विशाल ने भारतीय सेंसर बोर्ड पर रिश्वत खाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। विशाल ने कहा है कि उनकी एक फिल्म को सेंसर बोर्ड से क्लियर करवाने के लिए रिश्वत मांगी गई थी। विशाल द्वारा किये गए इस रहस्योद्घाटन से मनोरंजन जगत में हंगामा मच गया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सेंसर बोर्ड के पूर्व चेयरमैन पहलाज निहलानी ने वर्तमान अध्यक्ष प्रसून जोशी से त्यागपत्र की मांग की है।
तमिल फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता विशाल के रहस्योद्घाटन के बाद मनोरजंन जगत में भूचाल आ गया है। कॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड तक इस रिश्वत कांड की चर्चा हो रही है। विशाल का आरोप है कि सेंसर बोर्ड ने उनकी फिल्म को पास करने के लिए 6.5 लाख रुपए रिश्वत लिए। विशाल ने कहा कि सुबह उन्होंने पैसे दिए और शाम को उनकी फिल्म पास कर दी गई। विशाल की हालिया फिल्म ‘मार्क एंटनी’ के हिंदी संस्करण को क्लियर करवाने के लिए 6.5 लाख की घूस मांगी गई थी।
अभिनेता का कहना था कि सेंसर बोर्ड की मुंबई ब्रांच ने उनके लिए कोई रास्ता ही नहीं छोड़ा था। विशाल के अनुसार उन्होंने ये रिश्वत दो भाग में दी। पहली किश्त तीन लाख रुपये और फिर साढ़े तीन लाख रुपये सेंसर बोर्ड के अधिकारी को दिए थे। विशाल ने कहा कि वे अपना सब कुछ इस फिल्म पर लगा चुके थे इसलिए हिन्दी वर्जन में इसे रिलीज करना आवश्यक था। विशाल ने कहा कि वे सच सामने लाना चाहते हैं। विशाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मामले की जांच करने की अपील की है।
]विशाल ने कहा ‘मुझे अभी तक लगता था कि सिर्फ सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार होता है। मैं शॉक्ड हूं कि सिनेमा जगत में भी यह सब हो रहा है। मुझे एक घंटे में 6.5 लाख रुपए का इंतजाम करने को कहा गया था। मैंने जैसे-तैसे पैसे दिए। पैसे देते ही शाम तक फिल्म को सर्टिफिकेट मिल गया।’ विशाल के मुताबिक़ ऐसा कई अन्य फिल्म निर्माताओं के साथ भी हो चुका है। विशाल ने आगे कहा, ‘सेंसर बोर्ड में मेनका नाम की एक महिला हैं, उन्होंने कहा कि यह पैसा ऊपर तक जाता है। सीईओ रविंद्र भाकर सबसे ज्यादा शामिल हैं। मैंने सोचा कि फिल्म रिलीज के बाद यह सच जरूर बाहर लाऊंगा। अगर मैं ऐसा नहीं करता तो मुझे रात में नींद नहीं आती। एक एक्टर होने से पहले मैं साधारण इंसान हूं। साधारण नागरिक होने के नाते मेरा फर्ज है कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करूं।’
इस मामले के बाहर आने के बाद सूचना व प्रसारण मंत्रालय ने संज्ञान लेते हुए एक वक्तव्य जारी किया है। इस वक्तव्य में लिखा गया है ‘अभिनेता विशाल सीबीएफसी में भ्रष्टाचार का मामला लेकर आए हैं, जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार करप्शन को लेकर ज़ीरो टॉलरेंस रखती है। जो कोई भी इस मामले में शामिल है, उनके खिलाफ कठोर कदम उठाया जाएगा।
इस मामले में इंडियन फिल्म एंड टीवी डायरेक्टर्स एसोसिएशन ने भी इस मामले की सीबीआई जांच करने की मांग की है। सेंसर बोर्ड के पूर्व चेयरमैन पहलाज निहलानी ने सेंसर बोर्ड के वर्तमान चेयरमैन प्रसून जोशी पर गंभीर आरोप लगा दिए हैं। पहलाज ने कहा कि प्रसून कभी ऑफिस नहीं आते। प्रसून इस कांड के लिए पूरी तरह ज़िम्मेदार हैं। उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। ये लोग प्रोड्यूसर्स का शोषण करते हैं।