मत डरो अंधेरा खा जाएगामत डरो धर्म मिट जाएगातुम अपना फर्ज निभाते चलोदीप से दीप जलाते चलोज्ञान का प्रकाश फैलाते चलो
हम तो छोटे प्यादे है, हमसे ना कुछ हो पाएगायह सोच त्याग कर आगे बढ़ो, राह में साथी मिल जाए तो, तो हाथ पकड़ कर आगे बढ़ोतुम अपना फर्ज निभाते चलोदीप से दीप जलाते चलोज्ञान का प्रकाश फैलाते चलो
गीता का उपदेश सुनाकरकृष्ण का तुम आह्वावान करोंशंका और भय का त्याग करोंदृष्टि सबकी साफ करोंतुम अपना फर्ज निभाते चलोदीप से दीप जलाते चलोज्ञान का प्रकाश फैलाते चलो
अब धर्म ध्वजा फहराने से कोई ना रोक पाएगाजो जीत गए तो राज्य मिलेगामर कर भी स्वर्ग को पाएगातुम अपना फर्ज निभाते चलोदीप से दीप जलाते चलोज्ञान का प्रकाश फैलाते चलो
कृष्ण और राम की धरती कोअसुरों से मुक्त कराना हैजो बलिदान दिया है पुरखों नेहमें उसका भी कर्ज चुकाना हैतुम अपना फर्ज निभाते चलोदीप से दीप जलाते चलोज्ञान का प्रकाश फैलाते चलो
जो बिछड़ गए हैं, सदियों पहलेवो भी वापिस आ जायेंगे ( मुस्लिम, ईसाई)जो साथ हो कर भी साथ नहींपहले उसका निदान करोंतुम अपना फर्ज निभाते चलोदीप से दीप जलाते चलोज्ञान का प्रकाश फैलाते चलो
जय हिन्द वन्देमातरम
सारा कुमारी