अर्चना कुमारी । माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गोली मारने वाले तीनों हमलावरों ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया है कि उन्हें इस घटना को लेकर कोई गम नहीं है और वह मौके पर काल बनकर आए थे। उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ अहमद के हत्यारों ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं, लेकिन उनके द्वारा किए गए खुलासे की आधिकारिक तौर पर पुष्टि होना बाकी है।
पुलिस को तीनों आरोपियों- लवलेश तिवारी, सन्नी और अरुण मौर्य ने कहा कि हम मर भी जाते तो हमें कोई गम नहीं था, हम फिदाइन बन कर आए थे। इनके कब्जे से एक बाइक बरामद की गई है जो किसी अब्दुल नाम के व्यक्ति का है हालांकि हत्या की वजह का खुलासा नहीं हो पाया है लेकिन ऐसा लगता है कि तीनों अतीक और अशरफ से भी बड़ा डॉन बनना चाहते थे । अभी तक की पूछताछ में यह स्पष्ट नहीं है कि तीनों को किसी ने मौके पर सुपारी देकर भेजा था या फिर अतीक और अशरफ कुछ बड़ा राज खोलना चाहता था, जिसे पहले ही उसका काम तमाम कर दिया गया।
प्रयागराज पुलिस से प्रारंभिक पूछताछ में तीनों हमलावरों का कहना था कि उन्होंने इस घटना को लेकर धार्मिक रंग देने की कोशिश की । लेकिन उन्होंने जो भी कुछ किया है उसका उन्हें कोई अफसोस नहीं है। वह एक तरफ से धर्म का ही काम है, हमने धर्म का काम किया है और अन्याय का अंत किया है। इस घटना को लेकर हमें कोई गिला शिकवा नहीं,हमें फांसी दे दी जाये तो भी हंसी हंसी चढ़ जाएंगे क्योंकि एक तरह से हमने अपना काम कर लिया है। पुलिस सूत्रों का कहना है तीनों हमलावरों के परिवारिक कुंडली तथा पूर्व के अपराधिक इतिहास के बारे में छानबीन की जा रही है।
प्रयागराज पुलिस का कहना है कि तीनों बांदा, हमीरपुर और कासगंज के रहने वाले हैं और उन जिलों के पुलिस कप्तानों से आरोपियों के बैकग्राउंड और क्रिमिनल रिकॉर्ड का जानकारी मांगी गई है ताकि उनके बारे में और जानकारी एकत्रित किया जाए। इस विशेष घटना को लेकर पूरी यूपी में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि तीनों ने करीब 17 राउंड फायरिंग की थी और रविवार को मारे गए दोनों भाइयों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके बाद दोनों के शवों को उसके परिजनों को सौंपा जाएगा ताकि उन्हें सुपुर्द ए खाक किया जाए। पुलिस का कहना है कि जिस अतीक के खौफ और आतंक से लोग दहशत में रहते थे, उस अतीक को ऐसी मौत मिलेगी किसी ने सोचा भी नहीं था। पिछले 51 दिन अतीक के लिए कयामत के रहे।
15 दिन में दो बार वह साबरमती जेल से प्रयागराज आया-गया। उम्रकैद की सजा हुई। तीसरे नंबर का बेटा असद एनकाउंटर में मारा गया। अतीक 4 दिन की पुलिस रिमांड पर था। शनिवार देर रात पुलिस कस्टडी में अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई और यह घटना उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन पर भी बड़ा सवाल छोड़ गया। शनिवार देर रात मुख्यमंत्री योगी ने इस घटना को लेकर उच्च स्तरीय मीटिंग की और लखनऊ से कई बड़े तमाम अधिकारी को प्रयागराज भेजा है ताकि वहां की शांति व्यवस्था को कायम रखा जा सके।
उन्होंने न्यायिक जांच की घोषणा की है जबकि बताया जाता है कि डॉन ब्रदर्स की हत्या के बाद सभी जिलों में अलर्ट घोषित कर दिया गया जबकि खासकर प्रयागराज में चप्पे-चप्पे पर फोर्स की तैनाती सुनिश्चित की गई है। उत्तर प्रदेश प्रशासन का कहना है कि 17 पुलिसकर्मियों को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है और जांच शुरू की गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने आम जनता से अपील की है कि वह किसी भी तरह की अफवाह में ना आए और पुलिस प्रशासन को शांति बहाल रखने में सहयोग करें।
सीएम योगी ने जनता से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार का कहना है कि यूपी में पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द के जाने के बाद उन्हें तत्काल ड्यूटी पर अपना योगदान देने को कहा गया है। इस विशेष घटना को लेकर राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल की तरफ़ से आया बयान
कहा गया जब दर्जनों कैमरे और पत्रकारों के सामने अपराधी बेख़ौफ़ हो एक पूर्व साँसद / एमएलए को आधा दर्जन गोलियाँ मार कर नारेबाज़ी करते हैं तो क्या ये लॉ एण्ड ऑर्डर को चुनौती नही है,जब न्याय व्यवस्था के ख़िलाफ़ एनकाउण्टर कल्चर की वाहवाही होगी तो ऐसे अपराधियों को ही बढ़ावा मिलेगा। बताया जाता है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है और उन्होंने इस घटना को अपराध की प्रकाष्ठा करार दिया।
ओवैसी ने कड़े शब्दों में घटना की निंदा करते हुए कहा, ये एक ‘कोल्ड-ब्लडेड’ हत्या थी, घटना कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करती है, इसके बाद क्या जनता को देश के संविधान और कानून-व्यवस्था पर भरोसा होगा? उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा, इसमें यूपी की बीजेपी सरकार की भूमिका है, सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच होनी चाहिए और एक कमेटी का गठन होना चाहिए