संदीप देव। एक X Muslims जो समझ गया, वह ‘अंध अब्बासी हिंदू’ समझने को तैयार नहीं है! आज से 10-15 साल बाद जब इन हिंदुओं के बच्चों को सिर छिपाने के लिए जगह नहीं बचेगी, तब उन्हें असलियत दिखाई देगी, लेकिन अफसोस तब तक बहुत देर हो चुकी होगी! वैसे भी पिछले 11 सालों में जिन 16 लाख भारतीयों ने भारत की नागरिकता छोड़ी है, उनमें अधिकांश हिंदू ही हैं! और अब तो विदेश में भी हिंदू टारगेट हो रहे हैं।
मोहनदास करमचंद गांधी के प्रति भी हिंदू ऐसे ही अंधे थे, परिणाम क्या मिला? देश बंटा और 20 लाख हिंदू कटा!
खैर, समय से पहले समस्या को पहचान कर लोगों को सचेत करने वालों को समाज से गालियां ही मिलती हैं! यह कोई नयी बात नहीं है। सदियों से यही होता आया है!
कांग्रेस राज में भी जब कांग्रेस की मुस्लिम तुष्टिकरण और भ्रष्टाचार को एक्सपोज करता था तो गालियां मिलती थीं, आज भी जब मोदी सरकार की भ्रष्टाचार और मुस्लिम परस्त नीतियों को एक्सपोज करता हूं तो गालियां मिलती हैं।
वैसे मैं वही डाटा हिंदुओं के समक्ष रखता हूं, जिसे स्वयं पार्टी और सरकार के कारिंदे पसमांदाओं तक अपनी बात पहुंचाने के लिए रखते हैं। जिसको मेरा दिया आंकड़ा झूठ लगता है, वह सरकार के दिए डाटा से उसका मिलान कर ले! लेकिन गालीबाज वो करेंगे नहीं, क्योंकि उन्हें डर है कि यदि डाटा चेक किया तो अपने मन-मस्तिष्क में एक जो झूठी तस्वीर उन्होंने गढ़ रखी है, उनके पड़खच्चे उड़ जाएंगे। अत: जो सही डाटा दे रहा है, उसे ही गाली दो, क्योंकि यह बेहद आसान है!
मेरी पोजीशन सदा से क्लियर है:- No Left-No Right, Only Sanatan Voice!
खैर, गाली खाकर भी यदि एक भी सनातनी हिन्दू को जगा सका, उसके परिवार को बचा सका तो मेरा ऋषि ऋण उतर जाएगा। मैं बस अपना ऋषि ऋण उतारने के लिए कर्म कर रहा हूं। एक पत्रकार के नाते यही मेरा धर्म है। जय सनातन।