आज शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने दादरी स्थित एक रेस्टोरेंट में धर्मरक्षक गुर्जर महासंघ के पदाधिकारियों के साथ एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित किया।प्रेस वार्ता में धर्मरक्षक गुर्जर महासंघ के मुख्य संरक्षक फौजी धीरज नागर,मुख्य मार्गदर्शक अनिल मावी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहित बजरंगी, वरिष्ठ भाजपा नेता वेद नागर सहित अनेक गणमान्य गुर्जर उपस्थित थे।
प्रेसवार्ता का उद्देश्य प्रेस के माध्यम से ऐतिहासिक दादी सती मन्दिर में धर्मरक्षक गुर्जर महासंघ के तत्वाधान में गुर्जर समाज सहित सम्पूर्ण सनातन धर्म की रक्षा व सनातन धर्म के समस्त शत्रुओं के विनाश के लिए 13 अगस्त 2023 से 17 अगस्त 2023 तक होने वाले माँ बगलामुखी व महादेव के महायज्ञ के लिये सभी हिन्दुओ को जागृत करना था।यह महायज्ञ विशेष रूप से गुर्जरों की घटती हुई जनसंख्या से चिंतित होकर रखा गया है।इस्लामिक जिहादियों द्वारा लगातार गुर्जरों की हो रही हत्याओं से गुर्जर समाज के युवा बहुत चिंतित हो चुके हैं और किसी भी प्रकार से अपने परिवार,अस्तित्व और समाज को बचाना चाहते हैं।
धर्मरक्षक गुर्जर महासंघ के पदाधिकारियों ने पूरे देश के गुर्जर बाहुल्य क्षेत्रो में ऐसे 108 महायज्ञ करने का संकल्प लिया है जिसका मुख्य रूप से जिम्मा महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज के शिष्य व धर्मरक्षक गुर्जर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहित बजरंगी को दिया गया है।
प्रेस वार्ता में माँ बगलामुखी की शक्तियों के विषय मे बताते हुए महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने बताया कि भक्तगणों के लिये माँ बगलामुखी व महादेव का यह महायज्ञ कल्प वृक्ष के समान है जो उनकी सभी सात्विक मनोकामनाओ की पूर्ति करने में सक्षम है।सनातन धर्म मे माँ बगलामुखी को श्री,विजय और सद्बुद्धि की देवी माना जाता है।
महादेव के साथ इनकी साधना से मनुष्य अपने हर तरह के शत्रुओं को पराजित करने योग्य बनता है और सद्बुद्धि, ऐश्वर्य,शक्ति और दीर्घायु सहित विजय को प्राप्त करता है।भगवान परशुराम इस पृथ्वी पर पहले साधक थे जिन्होंने माँ बगलामुखी और महादेव की साधना करके अलौकिक शक्तियां प्राप्त की।भगवान परशुराम ने माँ बगलामुखी साधना का रहस्य भगवान श्रीराम,योगेश्वर श्रीकृष्ण सहित अपने पितामह भीष्म, आचार्य द्रोण व दानवीर कर्ण जैसे महान योद्धाओ को बताया।महापराक्रमी इंद्रजीत मेघनाथ सहित दशानन रावण और कुम्भकर्ण भी माँ बगलामुखी और महादेव के ही उपासक थे।सतयुग से लेकर कलयुग तक सभी सनातन धर्म के प्रमुख योद्धाओ ने माँ बगलामुखी और महादेव की साधना और भक्ति से ही स्वयम को महान बनाया है।
उन्होंने यह भी कहा कि आज सनातन धर्म जिस तरह के संकट का सामना कर रहा है,उस संकट को आध्यात्मिक ऊर्जा के बिना समाप्त नहीं किया जा सकेगा।आज सनातन धर्म के मानने वालों को ऐसी ऊर्जा माँ बगलामुखी और महादेव की साधना से ही मिल सकती है।
प्रेस वार्ता में भाजपा के वरिष्ठ नेता वेद नागर ने कहा कि सभी हिन्दुओ को अपने हर तरह के व्यक्तिगत, जातिगत,संस्थागत, दलगत तथा राजनैतिक स्वार्थों और मतभेदों को भुलाकर महायज्ञ में सम्मिलित होना चाहिये।हम सभी को समझना ही पड़ेगा कि सनातन धर्म की रक्षा से ही मानवता की रक्षा होगी और मानवता की रक्षा से ही हम सबका अस्तित्व बचेगा। उन्होंने सभी हिन्दुओ से इस महान अनुष्ठान में तन,मन और धन से साथ देने और सहयोग करने का आह्वान किया।