विपुल रेगे। ख्यात फिल्म निर्देशक नितेश तिवारी महाकाव्य रामायण पर फिल्म बनाने को लेकर पहला गलत दांव चल चुके हैं। रणबीर कपूर और साईं पल्लवी को श्रीराम और सीता की भूमिका में लेकर उन्होंने अपनी शुरुआत बुरी तरह बिगाड़ ली है। ‘आदिपुरुष’ की दुर्घटना के बाद भी हमारे फिल्म मेकर्स ये समझने को तैयार नहीं है कि ‘रामायण’ उनकी प्रयोगशाला की परखनली नहीं है, ये विश्व के संपूर्ण हिन्दुओं का अभिमान है।
नितेश तिवारी की ‘रामायण’ को लेकर जो इनपुट्स आ रहे हैं, वे एक धर्म परायण हिन्दू दर्शक के लिए बहुत भयानक है। नितेश तिवारी की ‘रामायण’ को लेकर विगत तीन वर्ष से तैयारी चल रही है। फिल्म की स्टार कॉस्ट को लेकर समय-समय पर समाचार आते रहते हैं। जब फिल्म अनाउंस की गई तो नितेश ने बताया कि श्रीराम की भूमिका के लिए बीफ इटर रणबीर कपूर और सीता के किरदार के लिए उनकी पत्नी आलिया भट्ट को चुना गया है। फिल्म की स्क्रिप्ट पर काम चलता रहा और कॉस्टिंग पर भी काम चलता रहा।
कुछ समय बाद ये खबर आई कि आलिया ‘रामायण’ से बाहर हो गई हैं। आलिया को फिल्म में लेने की बात अफवाह नहीं थी। उन्हें रणबीर के साथ नितेश तिवारी के घर पर भी देखा गया था। बाद में नितेश ने आलिया को फिल्म से बाहर कर दक्षिण भारतीय अभिनेत्री साईं पल्लवी को ले लिया। आलिया अपने कॅरियर में हर तरह के रोल निभा चुकी है। उन्होंने संजय लीला भंसाली की एक फिल्म में वेश्या की भूमिका भी निभाई है। सो आलिया को सीता के रुप में लेने पर भारी गड़बड़ हो सकती थी। वैसे समस्या तो साईं पल्लवी के साथ भी है। वे भी रणबीर की तरह सेकुलरिज़्म में विश्वास रखती हैं।
गायों को ट्रक में ले जा रहे एक मुस्लिम व्यक्ति की हत्या पर साईं पल्लवी ने वैसे ही विरोध किया था, जैसे हमारे देश के वामपंथी किया करते हैं। उन्होंने कहा ‘द कश्मीर फाइल्स ने दिखाया कि कैसे उस समय कश्मीरी पंडितों को मार दिया गया था। यदि आप इस मुद्दे को धार्मिक संघर्ष के रूप में ले रहे हैं, तो हाल ही में एक उदाहरण था जहां एक मुस्लिम पर हमला किया गया था जब वह गायों को ले जा रहा वाहन चला रहा था, और लोगों ने जय श्री राम के नारे लगाए थे। तो तब जो हुआ और जो अब हो रहा है, उसमें अंतर कहां है?’ साईं पल्लवी के बयान से उनकी मानसिकता का अंदाज़ सहज ही लगाया जा सकता है।
नितेश तिवारी ने ‘रामायण’ को लेकर अपनी सोच बड़ी सतही रखी है। वे रावण के किरदार के लिए कन्नड़ अभिनेता यश को ले आते हैं तो शूर्पणखा के किरदार के लिए कुब्रा सैत को एप्रोच करते हैं। कुब्रा सैत ने नवाजुद्दीन सिद्दीकी की ‘सेक्रेड गेम्स’ में एक ट्रांसजेंडर का किरदार निभाया था। मैन स्ट्रीम मीडिया तो लिख रहा है कि कुब्रा ने इस किरदार के लिए ऑडिशन भी दे दिया है। हाल ही में ‘हनुमान’ फिल्म से धूम मचाने वाले फिल्म निर्देशक प्रशांत वर्मा ने एक इंटरव्यू में कहा कि नितेश रामायण न बनाते तो वे निश्चित रुप से इस महाकाव्य को फिल्म के रुप में पेश करते।
इंटरव्यू करते समय प्रशांत ने माथे पर बड़ा सा तिलक लगा रखा था। प्रशांत व्यवहार में धार्मिक हैं। धर्म के प्रति आग्रह उनकी बातचीत से झलकता है। लेकिन ऐसा नितेश तिवारी के साथ नहीं है। वे तो अपनी फिल्म के बारे में खुलकर बोलने से भी डरते हैं। वे ‘आदिपुरुष’ के बाद से इतना डर गए हैं कि उनकी फिल्म के बारे में कोई फेक न्यूज़ भी आती है, तो उनकी टीम खंडन करने का साहस नहीं जुटा पाती। दो दिन पहले एक अफवाह फैली कि अभिनेता बॉबी देओल को ‘रामायण’ में कुम्भकर्ण का रोल ऑफर किया गया है।
इस खबर का खंडन भी बॉबी की पीआर टीम ने किया। यदि नितेश की ‘रामायण’ में रणबीर कपूर, साईं पल्लवी, कुब्रा सैत जैसे कलाकार होंगे तो ये किस स्तर पर जाकर खड़ी होगी कहना मुश्किल है। अक्सर ये कहा जाता है कि सूचना व प्रसारण मंत्रालय ऐसी विवादित फिल्मों को लेकर संज्ञान नहीं लेता और बाद में जनता के सामने सरकार की किरकिरी होती है। इतिहास स्वयं को दोहराने जा रहा है। ‘आदिपुरुष’ जब बनाई जा रही थी, तब मंत्रालय को संज्ञान लेना चाहिए था। ऐसा ही अब हो रहा है। ‘रामायण’ को लेकर जब रणबीर को कॉस्ट किया गया, उसी समय पर सूचना व प्रसारण मंत्रालय को अपने खराब कानों में दवा डाल लेनी चाहिए थी।