विपुल रेगे। बॉलीवुड विगत दो दशक से विज्ञापन जगत के साथ जुगलबंदी कर रहा है। बॉलीवुड और एड वर्ल्ड की ये जुगलबंदी उन सितारों के लिए बहुत फायदेमंद सिद्ध हो रही हैं, जो लगातार विज्ञापनों में दिखाई देते हैं। ऐसी भ्रान्ति है कि किसी प्रोडक्ट को किसी सितारे का साथ मिलने के बाद वह मार्केट में बहुत आसानी से चल पड़ता है। इस ग़लतफ़हमी का फायदा बॉलीवुड के सितारें करोड़ों में उठा रहे हैं। इस घुसपैठ के कारण विज्ञापन जगत में आने वाले युवा मॉडल्स को एक्सपोजर आसानी से नहीं मिल पा रहा है।
बॉलीवुड+खेल+एडवरटाइजिंग का गठजोड़ अस्सी के दशक से शुरु हुआ था। तब ये बहुत छोटे रुप में हुआ करता था। उससे पहले ‘लक्स’ जैसे ब्रांड ने फ़िल्मी सितारों को अख़बारों और पत्रिकाओं में पेश करना शुरु कर दिया था। जब नागरिक इन उत्पादों के साथ फिल्म सितारों के साथ देखते तो ब्रांड का प्रचार होता था।
हालाँकि वर्तमान में बॉलीवुड और विज्ञापन जगत का गठजोड़ इतना मजबूत हो चुका है कि जो युवा मॉडलिंग में कॅरियर शुरु करते हैं, उनके हाथ निराशा ही लगती है। आज से एक दशक पूर्व एडवरटाइजिंग को लेकर एक महत्वपूर्ण शोध किया गया था। इस शोध में भारत के एड वर्ल्ड के बारे में विस्तार से बताया गया था। इस शोध में एक महत्वपूर्ण तथ्य ये निकल कर आया कि किसी एडवरटाइज को देखते समय दर्शक सितारे और ब्रांड को अलग करके देखता है।
किसी भी उत्पाद को सितारे से बस इतना फायदा मिलता है कि उसका नाम बार-बार दर्शक के सामने आता है। प्रोडक्ट की क्वॉलिटी का सितारें की प्रेजेंस से सीधा कोई संबंध नहीं होता। दर्शक ये भी ध्यान से देखता है कि जिस प्रोडक्ट का एड फिल्म स्टार पेश कर रहा है, वह खुद उसे यूज करता भी है या नहीं। आज स्थिति ये है कि बॉलीवुड स्टार्स करोड़ों के विज्ञापन करार कर रहे हैं।
करीना कपूर जैसी आउटडेटेड अभिनेत्री एक विज्ञापन के लिए चार करोड़ तक चार्ज कर रही हैं। वरुण धवन, कार्तिक आर्यन और जॉन अब्राहम लगभग तीन से चार करोड़ एक विज्ञापन के लिए चार्ज करते हैं। आलिया भट्ट और अक्षय कुमार तो इनसे भी आगे जाकर प्रतिदिन के हिसाब से चार्ज कर रहे हैं। आलिया भट्ट की विज्ञापन फीस 2 करोड़ प्रतिदिन है और अक्षय कुमार 2 से 3 करोड़ प्रतिदिन की शूटिंग के चार्ज कर रहे हैं।
इन सितारों की मार्केट वेल्यू फिल्मों के सफल-असफल होने से तय नहीं हो रही है, ये चिंताजनक बात है। शाहरुख़ खान ‘पठान’ हिट होने से पहले चार साल तक फ्लॉप रहे लेकिन उनके विज्ञापनों में कोई कमी नहीं आई। ऐसे ही अमिताभ बच्चन आज फिल्मों से लगभग आउट हो चुके हैं लेकिन उनकी झोली में ढेर सारे विज्ञापन रहते हैं। इसका बुरा असर उन युवाओं पर हो रहा है, जो मॉडलिंग के कॅरियर को अपनाना चाहते हैं।
सन 2022 में कई युवा मॉडल पटल पर आए। इनमे से एक आनंद दीक्षित भी हैं। इन्हें सुपर मॉडल कहा जाता है लेकिन इनकी झोली में एक भी ऐसा ब्रांड नहीं, जो बॉलीवुड के स्टार्स के पास है। सन 2022 में ऐसे कई मॉडल्स आए, जिनको फैशन शोज में तो एक्सपोजर मिला लेकिन एडवरडाइजिंग में नहीं मिल सका। आशना श्रॉफ, बरदीप धीमान, भूमिका अरोरा जैसे कई नाम हैं, जिन्हे एड वर्ल्ड ने नज़रअंदाज़ कर दिया।
जॉन अब्राहम, अक्षय कुमार, बिपाशा बासु और मलाइका अरोरा ने शुरुआती दिनों में मॉडलिंग की थी और बाद में वे बॉलीवुड में आ गए। आज के दौर में बॉलीवुड विज्ञापन जगत पर इतना अधिक हावी है कि नए मॉडल्स को वह काम नहीं मिल पा रहा, जिसके वे हक़दार हैं।
रणबीर कपूर 2 करोड़
आलिया भट्ट 2 करोड़ प्रतिदिन
अमिताभ बच्चन 5 करोड़ प्रति विज्ञापन
शाहरुख़ खान 5 से 10 करोड़
सलमान खान 4 से 10 करोड़
अक्षय कुमार 2 से 3 करोड़ प्रतिदिन
रणवीर सिंह 4 करोड़ प्रति विज्ञापन
आमिर खान 5 से 7 करोड़ प्रति विज्ञापन
दीपिका पादुकोण 7 से 10 करोड़ प्रति विज्ञापन
करीना कपूर 4 करोड़ प्रति विज्ञापन
ऋत्विक रोशन 2 करोड़ प्रति विज्ञापन