विपुल रेगे। ‘द नाइट मैनेजर’ का दूसरा सीजन गुरुवार को रिलीज हो गया। दूसरे सीजन के तीन एपिसोड्स में क्लाइमैक्स दर्शाया गया है। पिछले सीजन में ये कहानी एक रोचक मोड़ पर आ पहुंची थी। काफ़ी वक्त लेकर इसका दूसरा सीजन रिलीज किया गया। अनिल कपूर, आदित्य राय कपूर की बेहतरीन केमेस्ट्री से भरपूर ये सीजन रोमांचक है और तेज़ गति से भागता है। इसके बाद अनिल कपूर ओटीटी के एक बड़े खिलाड़ी के रुप में उभरेंगे। उनके फ़िल्मी कॅरियर की दूसरी पारी बहुत हंगामेदार ढंग से शुरु हुई है।
ओटीटी मंच : Disney+hotstar
पहले सीजन में हमने देखा था कि ढाका के एक होटल में नाइट मैनेजर के रुप में शान की एंट्री होती है। वहां से रॉ के अधिकारी उसे शैलेन्द्र रुंगटा उर्फ़ शैली के गिरोह में भेजते हैं। शैली का विश्वास जीतकर शान उसके गिरोह को दीमक की तरह चाटता जाता है। शैली के गिरोह के सदस्य एक एक कर मारे जाते हैं। निर्देशक जोड़ी प्रियंका घोसे-संदीप मोदी ने अपनी रिदम और पेस दूसरे सीजन में बरक़रार रखा है। इस वेब सीरीज में सबसे बड़ा आकर्षण कैरेक्टर्स का रहा है।
कहानी औसत है लेकिन उसे पेश करने का तरीका और कैरेक्टर बिल्डिंग उम्दा ढंग से की गई है। इन्हीं बातों में फिल्म का चार्म छुपा हुआ है। निःसंदेह ‘द नाइट मैनेजर’ के असली Knight यानी सूरमा तो अनिल कपूर ही साबित हुए हैं। वेब सीरीज की रीढ़ ही शैली का कैरेक्टर है। इन दोनों निर्देशकों को आभार कि उन्होंने निस्तेज होते अनिल कपूर को एक नया जीवन दिया है। शैली का किरदार इतना स्ट्रांग है कि बाकी सभी चरित्र उसके सामने बौने दिखाई देते हैं।
युवा कलाकार आदित्य रॉय कपूर ने सिद्ध किया है कि वे अपने कन्धों पर फिल्म खींचकर ले जा सकते हैं। अनिल कपूर जैसे सिद्धहस्त अभिनेता के सामने आदित्य ने बड़े ही आत्मविश्वास के साथ अभिनय किया है। कोलकाता की तिलोत्तमा शोम न होती तो रॉ ऑफिसर लिपिका सैकिया का कैरेक्टर इतना जीवंत और वास्तविक नहीं हो सकता था। तिलोत्तमा ‘द नाइट मैनेजर’ में एक ‘डार्क हॉर्स’ के रुप में उभरती हैं। उनका स्वाभाविक अभिनय दर्शकों को मोह लेता है। कावेरी के रुप में शोभिता धूलिपाला अच्छी लगती हैं। हथियारों के सौदागर की प्रताड़ित पत्नी के शेड्स शोभिता ने अच्छी तरह दिखाए हैं।
बीजे की भूमिका में बंगाली कलाकार शाश्वत चटर्जी ने सुंदर अभिनय दिखाया है। रवि बहल औसत रहे हैं। ‘द नाइट मैनेजर’ अभिनय के एंगल से एक बहुत शानदार फिल्म है लेकिन कुछ बातें खलती हैं। जैसे रेगिस्तान के भीतर हथियारों के परीक्षण असली युद्ध करवाने का सीक्वेंस अविश्वसनीय लगता है। फिल्म की कहानी अब भी समाप्त नहीं हुई है। कहानी जहाँ ख़त्म की गई है, वहां से नई शुरुआत के कई सिरे निकाले गए हैं। पूरी संभावना है कि तीसरा सीजन भी जल्द ही आएगा।
‘द नाइट मैनेजर’ सीजन 2 रिलीज होने के बाद इसे मिश्रित प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। हालाँकि फिल्म को आईएमडीबी पर अच्छी रेटिंग प्राप्त हुई है। इस सीजन को वयस्क दर्शकों द्वारा ही देखा जाना चाहिए। ये मनोरंजक है, इसमें ग्रिप है और इसमें स्तरीय अभिनय है। एक दर्शक को मनोरंजन के लिए भला और क्या चाहिए।