Latest भाषा और साहित्य News
यह अंग्रेजी की भूलभुलैया
यह दुनियाभर के देशों से भारत के व्यापार के आंकड़े है। इन…
नयनों ने देखा मधुर स्वप्न
नयनों ने देखा मधुर स्वप्न, सुंदर धरा अद्भुत उपवन। देश मेरा भारत…
ऐसे समय में जब अंग्रेजी जैसी विदेशी भाषा का वर्चस्व बढ़ता ही जा रहा है, हमारी हिंदी लहरों की तरह अनवरत समृद्धि की तरफ अग्रसर है!
एक डोर में सबको जो है बाँधती वह हिंदी है, हर भाषा…
हिंदी कविता- इस पथ पर कौन मिलेगा?
इस पथ पर कौन मिलेगा? साथी यह तय कौन करेगा? आज मिला…
कविता- तय कर लो, जाना किधर है…
तय कर लो! जाना किधर है एक तरफ काँटों का रास्ता पर…
हिंदी कविता- ‘बुर्जुआ’
लाखों बार कुर्बान ऐसे ‘बुर्जुआ’ पर.... बाजार से गुजर रहा था, तुम…