आईएसडी नेटवर्क। हिन्दी फिल्म उद्योग के ख्यात फिल्म निर्देशक संजय गढ़वी का हृदयाघात से निधन हो गया है। गढ़वी को यशराज फिल्म्स की ‘धूम’ और ‘धूम 2’ के लिए जाना जाता था। मात्र 57 वर्ष की आयु में उन्होंने संसार को अलविदा कह दिया। गढ़वी के निधन से उनके करीबियों में शोक का वातावरण है। उनका असमय जाना बॉलीवुड के लिए एक बड़ा नुक़सान है। बीते दिनों ही संजय गढ़वी ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद के विवाद पर आधारित फिल्म बनाने की घोषणा की थी।
जानकारी के अनुसार संजय गढ़वी रविवार सुबह घर से सुबह की वॉक के लिए निकले थे। जब वे लोखंडवाला बैकरोड में मॉर्निंग वॉक के लिए जा रहे थे, तभी उन्हें सीने में दर्द उठा। तबियत खराब होने पर संजय को तुरंत पास स्थित कोकिलाबेन अंबानी अस्पताल में ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने मृत्यु का कारण हार्ट फेल होना बताया है। रविवार शाम तक संजय का पार्थिव शरीर अस्पताल में ही रखा गया था।
रविवार की रात उनका अंतिम संस्कार किया जाना था। हालांकि अंतिम संस्कार के बारे में अब तक जानकारी सामने नहीं आई है। संजय के निधन पर इंडस्ट्री के कई ख्यात लोग शोक प्रकट कर रहे हैं। संजय लोखंडवाला अंधेरी वेस्ट की ग्रीन एकड़ सोसाइटी में रहते थे। कुछ दिन पहले ही संजय ने अपने नए प्रोजेक्ट की घोषणा की थी। वे श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद के विवाद पर एक फिल्म बनाने जा रहे थे। हिन्दी फिल्म उद्योग में संजय गढ़वी की पहचान यशराज फिल्म्स की ‘धूम’ से बनी थी। इसके बाद ‘धूम 2’ ने उन्हें बॉलीवुड में स्थापित कर दिया था।
संजय ने अपने कॅरियर में सात फिल्मों का निर्देशन किया था। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं। उनकी बेटी ने मीडिया को बताया कि मृत्यु रविवार सुबह लगभग 10 बजे हुई थी। संजय की फिल्म ‘धूम’ का संगीत प्रीतम ने दिया था। प्रीतम ने भावुक होकर अपने एक्स अकाउंट पर लिखा है ‘संजय को लेकर आई इस खबर को मैं समझ ही नहीं पा पहा हूं। हर तरफ सन्नाटा सा छा गया है। लेकिन, शो को तो जारी रहना ही होगा। मैंने आज अपना पथप्रर्दशक खो दिया है, वह शख्स जिसने मुझे खोजा और मुझ पर विश्वास किया।’