जागो हिंदू ! अब तो जागो , तुम्हें जगाने “अंकुर:” आया ;
उदय हुआ सौभाग्य देश का,”एकम् सनातन भारत” लाया ।
एकमात्र हिंदू-वादी दल , सत्य – मार्ग का अनुयायी ;
हर अन्याय हटे हिंदू से , अब इसकी बारी आयी ।
अल्पसंख्यक उसको मानेंगे ,जो वाकई अल्पसंख्यक होगा ;
पांच प्रतिशत से जोभी ज्यादा,कभी नहीं अल्पसंख्यक होगा
अंतर्राष्ट्रीय मापदंड है , इसको ही अपनाना होगा ;
अन्याय चल रहा है भारत में , इसको दूर हटाना होगा ।
मंदिर पर सरकारी कब्जा , बिल्कुल नहीं रह पायेगा ;
अपने धर्म की हिंदू – शिक्षा , अधिकार ये हिंदू पायेगा ।
भारत की हर भाषा का , पूरा – पूरा संरक्षण होगा ;
जितनी भी विदेशी भाषा हैं, उन सबसे इनका रक्षण होगा ।
महा – भ्रष्ट हैं धर्म के द्रोही , पूरे – पूरे व्यभिचारी ;
हनीट्रैप ये ही होते हैं , धर्म से करते गद्दारी ।
धर्म – सनातन इनका दुश्मन , इन्हें सदा बिदकाता है ;
इसी से मंदिर तोड़ – तोड़ कर , गलियारा बनवाता है ।
हिंदू – धर्म मिटा देने का , इनका पूरा षडयंत्र है ;
अब्राहमिक – कन्वर्जन माफिया के ये , पूरे यंत्र हैं ।
अज्ञान की निद्रा हिंदू सोया , कभी न नेता पहचाने ;
जिसको इसने नेता माना , धर्म – सनातन न जाने ।
शांति का मजहब कहने वाले , कायर, कुटिल, कपूत हैं ;
इन सबको चैलेंज कर रहा , “अंकुर शर्मा” मां का सपूत है ।
जागो हिंदू ! अब तो जागो , “अंकुर शर्मा” को पहचानो ;
“एकम् सनातन भारत” लाया, युग परिवर्तक इसको मानो ।
सन चौबीस के आम चुनाव में , अबकी हिंदू नहीं चूकना ;
जहाँ-जहाँ इसके प्रत्याशी , हर-हालत में उन्हें जिताना ।
विकल्पहीन अब नहीं है हिंदू , खत्म हुआ भटकाव है ;
“एकम् सनातन भारत” में ही , हिंदू का ठहराव है ।
आजादी के बाद से अब-तक , हिंदू हरदम छला गया ;
तथाकथित हिंदूवादी दल , सबसे नीचे वही गया ।
हिंदू ! अब न धोखा खाना , तुमको धर्म बचाना है ;
धर्म बचेगा राष्ट्र बचेगा , हमको देश बचाना है ।
सर्वश्रेष्ठ है धर्म – सनातन , हमको ध्वज फहराना है ;
“एकम् सनातन भारत” की ही , अब सरकार बनाना है ।