आज शिवशक्ति धाम डासना में सौभाग्यवती बहनों द्वारा भव्य कलशयात्रा के साथ 111 दिवसीय शिवशक्ति महानुष्ठान का शुभारंभ हुआ।आज कलशयात्रा में गाज़ियाबाद के हर हिस्से से आई सौभाग्यवती बहनों ने बड़े उत्साह से भाग लिया।सभी बहनों ने हर हर महादेव और माता के जयकारे से पूरे डासना कस्बे को गुंजायमान कर दिया।
कलशयात्रा में सबसे अग्रणीय आचार्य दीपक तेजस्वी जी और उनकी धर्मपत्नी थी जो महायज्ञ के आधार श्रीमद्देवीभागवत को अपने सर पर धारण किये हुए थे।कस्बे की संवेदनशीलता को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।कलशयात्रा के अच्छी तरह सम्पन्न होने पर पुलिस प्रशासन ने चैन की सांस ली।
कलशयात्रा के शुभारंभ के समय उपस्थित बहनों को आशीर्वचन देते हुए महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि माँ बगलामुखी और महादेव का महायज्ञ साक्षात कल्पवृक्ष के समान है जिसकी शरण मे जाकर मानव अपनी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण कर सकता है।
माँ बगलामुखी के महायज्ञ के साथ चण्डी महायज्ञ सोने पर सुहागा की तरह है।भारतीय संस्कृति शुभ और कल्याणकारी कार्यो में यज्ञ को सर्वोपरि मानती है।ऐसे महायज्ञ में भाग लेने वाले,सहयोग करने वाले और दान देने वाली सभी अक्षय पुण्य के भागीदार हैं।
उन्होंने सम्पूर्ण क्षेत्र की धार्मिक जनता से धर्म और राष्ट्र सहित अपने परिवार सहित स्वयं का अस्तित्व रक्षा की कामना पूर्ति हेतु महायज्ञ में भाग लेने और सहयोग करने की प्रार्थना की। शिवशक्ति धाम डासना की महन्त यति माँ चेतनानंद जी ने श्रीचण्डी पाठ के महात्म्य पर प्रकाश डाला। कलश यात्र में शामिल होने वाली बहनों में डॉ उदिता त्यागी,शशि चौहान,शीतल चौधरी,वर्षा हजेला,तारा जोशी,रीता देओल,रीना त्यागी,प्रमोश यादव,सीमा यादव सहित लगभग पांच सौ से ज्यादा बहन उपस्थित थी।