विपुल रेगे। ये भविष्य की दुनिया है। इस दुनिया में ऐसी तकनीक आविष्कार कर ली गई है कि व्यक्ति पैसों की आवश्यकता के लिए अपने जीवन के कुछ वर्ष एक कंपनी को बेच सकता है। नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई ‘paradise’ के इस आधुनिक जगत में एक पति-पत्नी के पास क़र्ज़ चुकाने के पैसे नहीं है। पत्नी ने अपने जीवन के ‘चालीस वर्ष’ बैंक को गारंटी के रुप में दिए हैं। अब दिवालिया हो जाने पर पत्नी को अपने जीवन के बहुमूल्य साल देने होंगे।
ओटीटी मंच : Netflix
‘paradise’ जर्मनी की एक नई नेटफ्लिक्स साइंस-फिक्शन थ्रिलर है। आमतौर पर जर्मन सिनेमा अच्छे विषयों को प्रस्तुत करता है। बोरिस कुंज द्वारा निर्देशित ये फिल्म बताती है कि आने वाले युग में जब संसार बहुत आधुनिक हो जाएगा, तब भी बाज़ार और उसकी निर्ममता जीवित रहेगी। फिल्म की कहानी भले ही आगे की दुनिया का हाल दिखाती हो, लेकिन वर्तमान के संसार में हम इसकी एक झलक देख पा रहे हैं।
अभी हमारा विज्ञान किसी की उम्र के साल निकाल सकने में सक्षम नहीं है लेकिन यदि हो गया तो जो फिल्म में दिखाया गया है, वास्तव में घटित हो सकता है। एलेना और उसका पति जानते हैं कि जीवन के चालीस साल निकाल देते ही एलेना बूढ़ी और अक्षम हो जाएगी। एलेना का पति मैक्स उसी कंपनी में काम करता है, जो गरीब लोगों की जीवन खरीद लेते हैं। मैक्स एक अच्छा सैल्समैन है और लोगों को अपने जीवन के कीमती साल बेचने के लिए राजी कर लेने में उसे महारत हासिल है। जो दुःख वह दूसरों को बांटता फिरता है, एक दिन वह दर्द उसकी ज़िंदगी में शामिल हो जाता है।
ये साइंस-फिक्शन एक आकर्षक कथानक को गंभीरता से पेश करने में सफल रहती है। हालाँकि इस जर्मन थ्रिलर का मध्य भाग थोड़ा धीमा है। कथानक को प्रस्तुत करने के लिए निर्देशक बधाई के पात्र हैं। उन्होंने इमोशंस को उभारा है, जो कि एक साइंस फिक्शन कथा में डालना मुश्किल होता है। इसे आप निर्देशक का ‘समाजवाद’ कह सकते हैं कि घोर व्यावसायिक फिल्म बनाते हुए भी उन्होंने संदेश देने में कोताही नहीं बरती है।
सन 2011 में ऐसे ही एक विषय पर बड़ी सुंदर फिल्म आई थी। इस फिल्म का शीर्षक ‘In Time’ था। इसमें लोगों की कलाई पर एक घडी बंधी होती है। इस घड़ी में वे साल लिखे होते हैं, जो अमुक व्यक्ति ने ख़रीदे हैं। हालाँकि ये फिल्म तकनीकी दृष्टि से बेहतर थी। ‘paradise’ में निर्देशक उस तकनीक को गहराई से नहीं दिखा पाए, जिसकी मदद से व्यक्ति के जीवन का समय चुरा लिया जाता है। इसके अलावा निर्देशक क्लाइमैक्स को रोमांचक नहीं बना सके हैं।
‘paradise’ तकनीकी रुप से कमज़ोर है लेकिन कहानी सुंदर ढंग से प्रस्तुत करती है। ये फिल्म बाज़ार की क्रूरता को तीव्रता के साथ पेश करती है। यदि आप साइंस-फिक्शन देखना पसंद करते हैं तो ये फिल्म आपको पसंद आ सकती है। ये फिल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई है।