जनरल रावत की मौत का बदला (भाग-6)
हिंदू ! खतरे को भांपना सीखो,दुश्मन को पहचानना सीखो ;
हर अब्बासी-हिंदू नेता का ,चाल , चरित्र व चेहरा देखो ।
पूरे जीवन-चरित्र को जानो ,इनके काले-इतिहास को जानो ;
हर हरकत पर नजर हो पैनी , सारी झूठी-नौटंकी जानो ।
इसके मन के भेद को जानो , इसके मन में चोर छुपा है ;
इनके मन की बातें झूठी , पूरा – पूरा पाप छुपा है ।
दुश्मन पर जो करे भरोसा , उसका हाल बुरा होता है ;
लोक-परलोक दोनों जाते हैं , दुखद-अंत उसका होता है ।
सबसे बड़ा हिंदू का दुश्मन , तुम्हें मिटाने की ठानी है ;
कायर – स्वार्थी जो भी हिंदू , उनका ये अभिमानी है ।
जिनको नहीं धर्म से मतलब , चरित्रहीन अज्ञानी हैं ;
वो ही इसका पिछलग्गू है , समझो खत्म कहानी है ।
पर भोली – भाली हिंदू – जनता , हमको उसे बचाना है ;
अबकी चुनाव में हर हालत में , अच्छी-सरकार बनाना है ।
सुप्रीम – कोर्ट में लड़ते रहना , ईवीएम हटाना है ;
आयुक्तों का चयन ठीक हो , चुनाव – आयोग बचाना है ।
चुनाव-आयोग निष्पक्ष नहीं तो , फिर तो मृतक समान है ;
अब्बासी-हिंदू नेता का तब फ़िर , ये घटिया-सामान है ।
घटिया-सामान का क्या होता है ? कूड़े में फेंका जाता है ;
नेता घटिया , चुनाव भी घटिया , पूरा – देश भुगतता है ।
बहुत कठिन अब समय आ गया , चौकीदार तक चोर है ;
कौन करेगा देश की रक्षा ? सेना तक कमजोर है ।
जनरल-रावत को भूलने वाला , देश – विरोधी नेता है ;
देशभक्तों को भूल चुका जो , वो राष्ट्र ! नष्ट हो जाता है ।
जनरल-रावत की मौत का बदला , हर देशभक्त को लेना है ;
धर्म-सनातन धर्म है जिनका , उनको तो निश्चित लेना है ।
चुप रहने का अब समय नहीं है , लगी अस्मिता दांव पर ;
हिंदू ! अब तो चुप मत बैठो , तेरा सब कुछ दांव पर ।
बेटी – पत्नी – बहिन दांव पर , कश्मीर – त्रासदी याद करो ;
“राम” की तरह लड़ना सीखो , मत कोई फरियाद करो ।
मर्यादा पुरुषोत्तम “श्री राम” हमारे , उनको नहीं भुलाना है ;
मर्यादित जीवन की सीख इन्हीं से और रावण को मिटाना है ।
अभी नहीं तो कभी नहीं , अबकी चुनाव में करना है ;
करो या मरो सत्य सूत्र है , साबित करके दिखलाना है ।
“एकम् सनातन भारत” दल का , हर-प्रत्याशी जितवाओ ;
धर्मनिष्ठ सरकार बनाकर , हिंदू ! “राम-राज्य” लाओ ।