जो जनता के सरकार और चौकीदार बने हैं
जो हिंदू हितों के बड़े ठेकेदार बने हैं
वे खुद,
वे खुद इस भीषण गर्मी में एयर कंडीशन में पड़े हैं
और जो खुद को दलित बताते हैं
और जो खुद को दलित बताते हैं
वे भी हाथ में सत्ता आ जाने पर
सत्ता के मद में डूब जाते हैं
ये अपनो के दर्द को न समझ कर उनपर कारवाई करते हैं
इस चिलचिलाती धूप में उनके घरों को धराशायी करते हैं
और जब बात वीरता और महानता पर आती है ;•••••
तो ये भीम और बुद्ध का आश्रय ले लेते हैं
और जब बात अपने पर आती है
तो ये ” कायर” युद्ध से मुंह फेर लेते हैं || 🚩🚩
यह छोटी सी कविता हिंदुओं के मसीहा चौकीदार नमो नमो और दलित की दीदी डाबी से सवाल करती है की “क्यूं सनातनी शरणार्थी बनकर कड़ी धूप में खड़े हैं और क्यूं ये मसीहा लोग एयर कंडीशन में पड़े हैं||🚩🚩
🔱 हर हर महादेव
प्रीति रानी (सह संयोजक एकम शक्ति)