आईएसडी नेटवर्क। रिपब्लिक भारत ने मुंबई कांग्रेस मुख्यालय में एक स्टिंग कर महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है। इस स्टिंग ऑपरेशन में एक कांग्रेस प्रवक्ता बताते हैं कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी नेता शरद पवार ने मिलकर रिपब्लिक भारत को बंद करवाने की साजिश रची है।
इस खुलासे के बाद महाराष्ट्र की महाआघाड़ी सरकार में हड़कंप मचा हुआ है। खुलासे में बताया गया कि चैनल को ख़त्म करने के लिए सरकारी मशीनरी की मदद ली जा रही है। इस बीच मुंबई पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह भी मुसीबत में फंसते दिखाई दे रहे हैं।
बार्क द्वारा रिपब्लिक का नाम टीआरपी घोटाले में लेने के फर्जी आरोप के बाद बॉम्बे हाई कोर्ट में पुलिस कमिश्नर को डांट पिलाई गई। केंद्र सरकार द्वारा सशक्त हस्तक्षेप न करने की स्थिति में महाराष्ट्र सरकार और अर्नब गोस्वामी के बीच की लड़ाई अब बड़ा रुप लेती जा रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता राघवेंद्र शुक्ला ने कांग्रेस मुख्यालय में ही रिपब्लिक भारत के खिलाफ किये जा रहे षड्यंत्र के बारे में बताया। ये स्टिंग सोमवार को ही बनाया गया था। राघवेंद्र शुक्ला स्टिंग में दम ठोंककर कह रहा है कि रिपब्लिक के खिलाफ सुनियोजित ढंग से काम किया जा रहा है। उसका कहना था कि रिपब्लिक को बैन होने से कोई नहीं रोक सकता।
उसने बताया कि इस योजना में मुख्य रुप से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शरद पवार शामिल है। उसके मुताबिक़ इसके लिए बाकायदा टीम बनाई गई है। इस टीम को निर्देश दिए गए हैं कि केवल रिपब्लिक भारत के पीछे लगना है। यदि कोई जानकारी या रिपोर्ट रिपब्लिक के बारे में आती है तो तुरंत कार्रवाई करना है।
इस काम के लिए राज्य के आईएस-आईपीएस अधिकारियों को भी लगाया गया है। राघवेंद्र का कहना था कि टीआरपी घोटाला भी इस योजना का हिस्सा था और आगे बड़ी कार्रवाई होने जा रही है। सरकार ने अपनी टीम को कह दिया है कि रिपब्लिक की कमज़ोरी खोजी जाए और तुरंत कार्रवाई की जाए।
इस खुलासे के बाद अब गेंद उद्धव सरकार के पाले में जा गिरी है। सोमवार शाम तक सरकार की ओर से इस स्टिंग का न खंडन किया गया और न किसी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।