आईएसडी नेटवर्क। भारतीय जनता पार्टी की नेता और अभिनेत्री जया प्रदा को कोर्ट द्वारा ‘फरार’ घोषित करने के बाद से वे लापता हैं। 24 घंटे बीत जाने के बाद भी न तो उनका पता चला और न पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर पाई है। रामपुर की पूर्व सांसद जया प्रदा को 2019 में चुनाव आचार संहिता के दो मामलों में कई बार समन जारी किये गए लेकिन वें कोर्ट के समक्ष उपस्थित नहीं हुईं। बताया जा रहा है कि जया प्रदा ने अपना फोन बंद कर लिया है। पुलिस के अनुसार जया स्वयं को बचाने की कोशिश कर रही हैं।
मंगलवार को रामपुर के विशेष एमपी-एमएलए कोर्ट ने जया प्रदा को फरार घोषित कर दिया। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी रहीं जया प्रदा पर आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में दो मामले रामपुर में दर्ज किए गए थे। सन 2019 में जया प्रदा ने एक भाजपा उम्मीदवार के लिए चुनाव प्रचार किया था।
प्रचार के दौरान उन्होंने अपने भाषण में आचार संहिता का उल्लंघन किया था। तबसे ही उनके खिलाफ दो थाना क्षेत्रों में मामले दर्ज हो चुके थे। छह वर्ष होने आए लेकिन पुलिस भाजपा नेता की गिरफ्तारी नहीं कर सकी है। ये मामले कैमरी और स्वार थाने में दर्ज किये गए थे। इन मामलों में विशेष एमपी-एमएलए अदालत ने कई बार समन जारी किया मगर पूर्व सांसद हाजिर नहीं हुईं।
इस केस के वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी के अनुसार जया प्रदा के विरुद्ध सात बार वारंट जारी किये गए लेकिन पुलिस उन्हें हाज़िर नहीं करा सकी। मंगलवार को न्यायधीश ने कड़ा रुख अपनाते हुए जया प्रदा को फरार घोषित कर दिया। कोर्ट ने रामपुर के पुलिस अधीक्षक को आदेश भी दिया कि वह एक टीम गठित करें और जयप्रदा को गिरफ्तार कर सुनवाई की अगली तारीख छह मार्च को अदालत में हाजिर करें। पिछली सुनवाई में पुलिस द्वारा बताया गया था कि उनके आधिकारिक निवास पर भी जया नहीं मिलतीं और उनका फोन स्विच ऑफ रहता है।