विपुल रेगे।लाल मंगल ग्रह की वीरान और बंजर धरती पर अमेरिका का नया Perseverance Rover मानव जीवन के लिए संभावनाएं तलाश रहा है। पर्जवेरेंस का अर्थ होता है दृढ़ता। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के साथ एक दृढ़ भारतीय व्यक्तित्व जुड़ा हुआ है। इस महिला का नाम है वंदना वर्मा। वंदना नासा के इस रोवर की ड्राइवर हैं। वंदना की कुशलता है कि सुदूर ग्रह पर रोवर को चहल-कदमी कराने के लिए नासा को वंदना की आवश्यकता होती है। सन 2008 में उन्होंने पहली बार ‘ऑपर्चुनिटी रोवर’ को मंगल की धरती पर चलाया। तब से लेकर अब तक वंदना नासा के लिए सबसे भरोसेमंद अंतरग्रहीय ड्राइवर बनी हुई हैं।
पंजाब के हलवारा के केंद्रीय विद्यालय से पढ़ी वंदना के पिता भारतीय वायु सेना में थे। चंडीगढ़ से इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद उन्होंने पीट्सबर्ग में रोबोटिक्स में मास्टर की डिग्री प्राप्त की। सुदूर ग्रहों पर भेजे जाने वाले रोवर्स को चलाने के लिए लाइसेंस की आवश्यकता होती है। वंदना ने इसके पॉयलट की डिग्री ली है।
ऐसे रोवर्स को चलाने के लिए रोबोटिक्स का गहन ज्ञान आवश्यक है। ये बताने की आवश्यकता नहीं है कि लाखों किमी दूर मंगल पर रोवर की रोबोटिक आर्म को रिमोट से हिलाने का रोमांच क्या होता होगा। ये हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है कि एक भारतीय युवा महिला प्रखरता और अचूकता के साथ मंगल पर रोवर चला रही हैं।
इन दिनों वंदना (वांडी) कुछ मुश्किलों का सामना कर रही है। पर्जवेरेंस रोवर ने एक ऑडियो भेजा है, जिसमे रोवर के पहियों में चरचराहट की आवाज़ आ रही है। वंदना और उनकी टीम इस समस्या का हल निकालने में जुट गई है। रोवर में वेदर स्टेशन, 19 कैमरे और दो माइक्रोफोन के चलते नासा को लाल ग्रह की साफ तस्वीरें मिलने की उम्मीद है।
इसे मंगल की चट्टानों के नमूने एकत्र करने के लिहाज से डिजाइन किया गया है। यह अपने साथ परियोजना से जुड़े कुछ खास उपकरण लेकर गया है। इनमें एक माइक्रो हेलीकॉप्टर भी शामिल है। इसे दूसरे ग्रह पर नियंत्रित उड़ान परीक्षण के लिए बनाया गया है।
इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि भारतीय मीडिया एक भारतीय महिला की विश्वस्तरीय उपलब्धि को स्थान नहीं दे रहा है। मीडिया उन्हें ख़बरों में ‘वांडी’ लिखता है लेकिन उनकी भारतीय पृष्ठभूमि नहीं बताता। वंदना वर्मा के साथ अपने ही मीडिया का ये व्यवहार ठीक नहीं है। उनके पास फ्री में पिज़ा खाने वाली महिला का इंटरव्यू और फटी जींस पर आधे घंटे कार्यक्रम दिखाने का समय है लेकिन वंदना वर्मा पर एक छोटी से खबर दिखाने का समय नहीं है।