संदीप देव। कल IT cell के एक साथी का फोन आया। पहले तो उसने कहा,’ संदीप भाई आपने कोहराम मचा रखा है। यहां जब-तब आपकी ही चर्चा होती है कि संदीप के फैक्ट काटे कैसे जाएं? आप पर स्ट्राइक कभी भी हो सकती है!’
मैंने कहा, ‘अरे न तो मेरे व्यूअरशिप हैं, न ट्वीट आदि अधिक RT होते हैं। मेरे पीछे फिर क्यों पड़े हो?’
उन्होंने कहा ‘संदीप भाई आपके व्यूअरशिप प्योर ऑर्गेनिक हैं, और यही यहां चिंता की बात है।’
मैंनै कहा, ‘क्या मतलब?’
उसने कहा, ‘आप दूसरे राईट विंगर का यूट्यूब देखो, जिनके ज्यादा व्यूअरशिप दिखते हैं। Live stream में अधिक लोग आते हैं। ध्यान से देखना, उनमें बहुत कम एकाउंट सही नाम वाले मिलेंगे। अजीब अजीब नाम होंगे। यह सब हम जैसों की करामात है। राईट-लेफ्ट दोनों के पास ऐसे एकाउंट की भरमार है।’
उसने फिर कहा, ‘वहीं आपके ज्यादातर व्यूअर की पूरी आइडेन्टिटी होती है। ट्वीट/फेसबुक पर भी जेन्युइन लोग आपको फॉलो कर रहे हैं। हमारे लिए ये ओरिजनल व्यूअर समस्या हैं।’
फिर कहा, ‘लेकिन आप काम अच्छा कर रहे हैं। हम भी हिंदू हैं जानते हैं इसे। अंदर भी यही बात होती है कि वो जो कर रहा है हिंदू धर्म के लिए, न कि किसी पार्टी के लिए। आपके फैक्ट का कोई तोड़ अभी तक नहीं ढूंढ पाए हैं। लेकिन आप सावधान रहना।’
आगे कहा, ‘आप पर पूरी नजर है। आप अपना प्लेटफार्म लाने की बात कर रहे हो न? हमें पता है। आप ले आओ, वो आपके लिए ज्यादा ठीक रहेगा। पता नहीं आपका सोशल एकाउंट कब तक एक्टिव रहे? परंतु आप हारना मत!’
सच कहूं तो संघ/भाजपा के बड़े पदाधिकारी भी जब मुझे समझाने के लिए फोन करते हैं तो अंत में एक बात जरूर कहते हैं, ‘आप धर्म का काम कर रहे हो।’
एक-दो दिन पहले इन सबने मेरे एक गुरुजी को भी मेरे विरुद्ध भड़काने का प्रयास किया था, मोहन भागवत पर शिकायत दर्ज कराने के मामले को लेकर। उन्होंने मुझे फोन किया। वो थोड़े नाराज थे। उन्होंने कहा, ‘तुम्हें शिकायत दर्ज नहीं करानी चाहिए थी। मुझसे पहले बात करनी चाहिए थी।’
मैंनै उन्हें सारे साक्ष्य दिए और बताया कि मेरे द्वारा शिकायत दर्ज कराना क्यों अगली पीढ़ी के लिए आवश्यक था? मुझे सुनकर फिर उन्होंने भी कहा, ‘तुमने फिर ठीक किया। तुम धर्म की सेवा कर रहे हो।’ इतना पर्याप्त है मेरे लिए। आगे राम जानें। #sandeepdeo