सोशल नेटवर्किंग साइट ट्वीटर ने एक तरफा कार्रवाई करते हुए उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य भाजपा नेता और भाजपा समर्थकों पर कार्रवाई की है। जबकि कांग्रेस और वामपंथियों के घटिया बयानों को छुआ तक नहीं है। इसे टवीटर के सीईओ के उस बयान का ही विस्तार माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह वामपंथी विचारधारा का समर्थन करते हैं और लेफ्ट-बायस्ड हैं।
ट्वीटर ने आपत्तिजनक बयान का आरोप लगाते हुए उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘वायरस’ वाले ट्वीट को डिलीट कर दिया है। यही नहीं, भाजपा नेता और बेगूसराय से उम्मीदवार गिरिराज सिंह, दिल्ली से अकाली-भाजपा विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा, भाजपा के सदस्य व पूर्व सैन्य अधिकारी सुरेंद्र पुनिया और फिल्म अभिनेतत्री कोयना मित्रा के 34 ट्वीट को डिलीट कर दिया है या फिर उन्हें भारत में दिखने पर रोक लगा दिया है। ट्वीट कर आरोप है कि ये ट्वीट सांप्रदायिक प्रकृति के थे।
पाठकों को याद होगा कि उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुसलमानों को नहीं, बल्कि केरल के इंडियन यूनियन मुसलिम लीग को ‘वायरस’ के समान बताया था। उन्होंने लिखा था, ‘मुसलिम लीग एक वायरस है। एक ऐसा वायरस जिससे कोई संक्रमित हो गया तो वो बच नहीं सकता और आज तो मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ही इससे संक्रमित हो चुकी है। सोचिए यदि ये जीत गये तो क्या होगा? यह वायरस पूरे देश में फैल जाएगा।’
एक अन्य ट्वीट में योगी आदित्यनाथ ने लिखा, ‘1857 के स्वतंत्रता संग्राम में मंगल पांडे के साथ पूरा देश अंग्रेजों के खिलाफ मिल कर लड़ा था, फिर ये मुस्लिम लीग का वायरस आया और ऐसा फैला कि पूरे देश का ही बंटवारा हो गया। आज फिर वही खतरा मंडरा रहा। हरे झण्डे फिर से लहर रहे। कांग्रेस मुस्लिम लीग वायरस से संक्रमित है, सावधान रहिए।’ बता दें कि पूर्व में वायनाड से राहुल गांधी के नामांकन के दौरान बड़ी संख्या में मुस्लिम लीग के नेता भी उनके रोड शो में शामिल हुए थे। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग की स्थापना मोहम्मद अली जिन्ना ने की थी।
ऐसा लगता है कि ट्वीटर को कांग्रेस पर हमला रास नहीं आ रहा है, अन्यथा इसमें कहीं भी मुसलमानों को ‘वायरस’ नहीं कहा गया है। इसमें साफ-साफ देश बंटवारे के दोषी मुसलिम लीग और कांग्रेस पार्टी के लिए इसका उपयोग किया गया है, लेकिन लगता है कि लेफ्ट-बायस्ड ट्वीटर खुलकर कांग्रेस के पक्ष में उतर आया है।