विपुल रेगे। भारत ने सदैव ही विश्व के विविध भागों से आने वाले लोगों के प्रति प्रेम और सम्मान दर्शाया है। ये सनातन की महती विचारधारा रही है कि विपरीत पंथ और धर्म के लोगों के साथ सद्भाव दिखाया जाए। ये बात हम विदेश से भारत आने वाले कलाकारों के लिए भी कह सकते हैं। कटरीना कैफ के लिए ये बात कही जा सकती है। वें भारत में आने के बाद यहाँ की संस्कृति में ऐसे घुल गई, जैसे चीनी शक़्कर में घुलती है। एक प्रतिभाशाली अभिनेता और प्रेमिल स्वभाव के विकी कौशल से उन्होंने विवाह किया है। विवाह उपरांत भारतीय संस्कृति में रंग गई कैटरीना को दर्शकों ने बहुत सराहा है।
हांगकांग में जन्मी और लंदन में पली-बढ़ी कटरीना मुस्लिम पिता और ईसाई माँ की संतान है। जब वे भारत आई तो उनका व्यक्तित्व सकुचाया हुआ था। भारत ने उनके व्यक्तित्व को इस कदर खिलाया कि कुछ ही वर्षों में उन्होंने वह स्थान प्राप्त कर लिया, जहाँ कभी हेमा मालिनी और माधुरी दीक्षित जैसी अभिनेत्रियों का शासन हुआ करता था। वह स्थान था भारतीय दर्शक का मन।
सन 2003 में उनकी पहली फ्लॉप फिल्म ‘बूम’ प्रदर्शित हुई थी। उन्हें ‘सरकार’ फिल्म से पहचान मिली और ‘नमस्ते लंदन’ के बाद उन्होंने भारतीय दर्शक के मन में अपने सौंदर्य का खूंटा गाड़ दिया था। इसके बाद की कहानी तो जैसे परी कथा के समान रही, जब तक कि अभिनेता सलमान खान उनके जीवन में नहीं आए थे। एक ओर वह सौंदर्य साम्राज्ञी सफलता के रथ पर सरपट दौड़ रही थी तो दूसरी ओर उसका मन लूटा जा रहा था।
कटरीना और सलमान की समीपता को देखकर कोई नहीं कह सकता था कि वे इस नाते को विवाह की वेदी तक नहीं ले जाएंगे। सलमान और कटरीना का प्रेम प्रसंग सन 2009 तक चलता रहा। इसके पूर्व सन 2008 में सलमान खान ने एक कैफे में सबके सामने कटरीना को ज़ोरदार तमाचा जड़ दिया था। इसके बाद से दोनों की रिलेशनशिप में दरार आ गई। सन 2010 में स्टार किड रणबीर कपूर के साथ उनकी दूसरी प्रेम कथा शुरु हुई।
फिल्म ‘अजब प्रेम की गजब कहानी’ की शूटिंग के दौरान दोनों में निकटता बढ़ गई। अब कटरीना सलमान की छाया से स्वतंत्र होने का प्रयत्न कर रही थीं। रणबीर के सानिध्य में उन्हें लगा कि ऐसा हो सकता है। फिल्म उद्योग में इतने वर्ष बिताने के बाद भी कटरीना यहाँ के तौर-तरीकों से परिचित नहीं हो सकी थी। रणबीर के साथ भी उनका रिश्ता विवाह की संभावनाओं तक पहुंचकर टूट गया था।
फ़िल्मी गलियारों में ऐसा कहा जाता है कि रणबीर के माता-पिता को ये विवाह स्वीकार नहीं हुआ था। यहाँ खानदानी प्रपंच सामने आ गया था। कटरीना रणबीर के प्यार में इतनी गहनता से डूबी थी कि वें उनके बच्चे पालने के लिए फ़िल्में तक छोड़ने के लिए तैयार हो गई थी। निश्चय ही ऐसा तभी हो सकता है, जब आपने अपने प्रेमी को पति रुप में स्वीकार कर लिया हो।
रणबीर अपने परिवार से विद्रोह न कर सके और उनके जीवन में पहले से आने के लिए तैयार बैठीं आलिया भट्ट ने ये अवसर नहीं गंवाया। हालाँकि कटरीना के जीवन में अभी बहुत से ट्विस्ट आना बाकी थे। एक दिन करण जौहर के शो पर ये दोनों मिले। यहां एक मज़ाक के दौरान दोनों के मन में प्रेम के पहले फूल खिले। कटरीना ने अपने पिछले दो कटु अनुभवों को देखते हुए इस रिश्ते को सांस लेने की भरपूर जगह दी।
लगभग पांच साल के बाद दोनों ने विवाह का मन बना लिया था। जब विवाह उपरांत कटरीना लोगों के सम्मुख आईं तो एक सुखद आश्चर्य देखने को मिला। वे एक पारंपरिक भारतीय नारी के रुप में दिखाई दी। जब वें भारत आईं थी तो हिन्दी नहीं बोल सकती थी। अभिनेता जैकी श्रॉफ ने उन्हें देवनागरी पढ़ना सिखाया था। कटरीना एक अभिनेत्री होने के साथ समाज सेविका भी हैं किन्तु वे सलमान और सोनू सूद की भांति उसका ढोल पीटना पसंद नहीं करती हैं।
वे तमिलनाडु के एक विद्यालय को समय पर धन उपलब्ध कराती रही हैं। वे बच्चियों के लिए कार्य करने वाले कुछ एनजीओ को भी आर्थिक सहायता करती हैं। जब वे बड़ी स्टार बनी तो एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि उनके घर में एक छोटा सा मंदिर है। कटरीना पूजा तो नहीं करती थी लेकिन कभी-कभी ईश्वर के सम्मुख ज्योत जलाने में उन्हें आत्मिक शांति मिलती थी।
कटरीना के ईसाई और मुस्लिम प्रभाव वाले घर में मंदिर होना एक सुखद आश्चर्य है। हेमा मालिनी, रेखा, शिल्पा शेट्टी, करीना कपूर और माधुरी दीक्षित समय-समय पर बॉलीवुड की साड़ी सुंदरी कहलाई हैं। हालाँकि साड़ी क्वीन के रुप में कटरीना को लोगों ने बहुत पसंद किया है। विवाह में उन्होंने जो साड़ियां पहनी, वे कारीगरों द्वारा हाथों से बनाई हुई थी।
कटरीना एक ईसाई-मुस्लिम परिवार की संतान हैं लेकिन अब वे एक सनातनी परिवार की सदस्या बन गई हैं। प्रेम के दावानल में उन्होंने दो बार स्वयं को झुलसाया है। इसके बाद उनको विकी कौशल के रुप में वर की प्राप्ति हुई है। उनका पुराना स्वप्न था की विवाह के बाद वे घर में रहकर गृहिणी की भूमिका निभाए, उनके ढेर सारे बच्चे हो। निश्चित ही कटरीना का वह स्वप्न जीवित है और विकी के सानिध्य में खिल उठा है।