हिंदू – नेता किससे डरते हैं ? जेहादी से डरते हैं ;
जेहादी से क्यों डरते हैं ? क्योंकि मरने से डरते हैं ।
चरित्रहीन मरने से डरता , जेहादी के तलवे चाटे ;
जेहादी एजेंडा माने , देश को टुकड़ों में वो बांटे ।
सौ में निन्यानबे ऐसे नेता , ज्यादातर हिंदू नेता हैं ;
जिम्मी , सेक्युलर , भ्रष्टाचारी , ऐसे ही ये नेता हैं ।
जागरूक हम सबको होना, बचने की ये अंतिम आशा ;
जागरूक जब हिंदू होंगे , नहीं बचेगी कोई निराशा ।
धर्म-सनातन को अपनाओ , जागरूक सारे हो जाओ ;
योगी व हेमंता जैसे ही, नेताओं को विजय दिलाओ ।
जिम्मी,सेक्युलर,कायरनेता,इन सबको ही धूल चटाओ ;
हिंदू के वोटों को तरसें , गांधी के चेले निपटाओ ।
गांधीवादी कोई न जीते , ये सारे मक्कार हैं ;
केवल बातें हैं चिकनी – चुपड़ी , धर्म के सब गद्दार हैं ।
गांधीवादी धर्म के दुश्मन , जेहादी के गुलाम हैं ;
हिंदू इनसे सदा ही बचना , इतने गंदे काम हैं ।
हिंदू – धर्म बचाना है , भारत – राष्ट्र बचाना है ;
योगी – हेमंत हो देश के नेता , हिंदू-राष्ट्र बनाना है ।
सारे हिंदू घर से निकलें , धरना और प्रदर्शन हो ;
असहयोग हो , बहिष्कार हो , पूरा शक्ति प्रदर्शन हो ।
रोडजाम हमको भी करना , तब पार्टी को पड़े सोचना ;
कायर नेता नहीं काम का , मजबूरन योगी को लाना ।
नहीं जिताऊ कायर – नेता , पार्टी को हरवा देगा ;
मिले करारी हार सभी को, जब्त जमानत करवा देगा ।
इनको सदा हार का डर ही , सही राह पर लाता है ;
वरना इतने सत्ता लोलुप हैं , हिंदू को मरवाता है ।
अब ये हिंदू जान गया है , अब हिंदू ने ठाना है ;
हर हालत में नेता पद पर , जल्दी योगी को लाना है ।
शुभस्य शीघ्रम , देर न करना , भारत देश बचाना है ;
जितनी जल्दी नेता बदलोगे, उतनी हानि बच जाना है ।
“जय हिंदू-राष्ट्र”
रचनाकार : ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”