संदीप देव। दिनांक 13 अगस्त 2023 को एकम् सनातन भारत दल का तेलंगाना अधिवेशन भाग्यनगर (हैदराबाद )में संपन्न हुआ। तीन दशक से भी अधिक समय से मंदिरों की मुक्ति की लड़ाई लड़ रहे चिलकुल बालाजी मंदिर के ट्रस्टी महंत सी.एस.रंगराजन जी विशेष अतिथि एवं CBI के पूर्व निदेशक नागेश्वर राव जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

महंत सी.एस.रंगराजन स्वामी ने कहा कि एकम् सनातन भारत दल इस समय एक ऐसे दल के रूप में सामने आया है जो मंदिरों की मुक्ति के लिए अपनी प्रतिबद्धता प्रकट कर रहा है। उन्होंने एकम् सनातन भारत दल से मांग करते हुए कहा कि आप अपने संकल्प में (और सत्ता प्राप्ति के बाद संविधान में) राम राज्य की स्थापना की बात रखिए। हिंदू राष्ट्र के नाम पर बहुत कंफ्यूजन क्रियेट किया जा चुका है। राम हैं, तो ही हिंदू समाज है। राम राज्य से बड़ा क्या हो सकता है सनातन धर्म और समाज के लिए?

उन्होंने कहा कि आप सुप्रीम कोर्ट कहता है कि मंदिर में भगवान का कोई अधिकार नहीं और यही सरकारें कर रही है मंदिरों पर अपना कब्जा बढ़ाते हुए। एकम् सनातन भारत दल ‘राइट ऑफ द डाइटी’ का अधिकार बहाल करे।
स्वामी जी को हमने मंच से आश्वस्त किया कि आपके आदेश का हम पालन करेंगे और इसे अपने ‘सप्त संकल्प’ में रखेंगे। जब कभी हमारी सरकार बनी संविधान की प्रस्तावना से सेक्यूलरिज्म और समाजवाद को हटा कर राम राज्य की स्थापना का लक्ष्य रखेंगे। सनातन भारत में मंदिरों के स्वामी सदा से भगवान रहे हैं। आज नौकरशाह और नेताओं को मंदिर का मालिक बनाया जा रहा है, जिसे हम समाप्त करेंगे। हमने स्वामी जी के दिए वचन के अनुसार इस दोनों बातों को अपने सप्त संकल्प में जगह दे दिया है।

मुख्य अतिथि और CBI के पूर्व निदेशक नागेश्वर राव ने कहा कि हिंदुओं को अपनी समस्या की जड़ को समझना बहुत आवश्यक है। धर्म को राजनीतिक दृष्टि से नहीं, बल्कि राजनीति को धर्म की दृष्टि से देखने से ही हिंदू समाज की सारी समस्या का हल निकलेगा।
इस अवसर पर एकम् सनातन भारत दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट अंकुर शर्मा ने कहा कि राज्य का चरित्र ही सनातन विरोधी है, वह भारत की मूल संस्कृति के विरुद्ध खड़ा है। इसीलिए हमने अपने सप्त-संकल्प में पहला संकल्प ही रखा है कि संविधान में संशोधन कर भारत की राज सत्ता को संवैधानिक तौर पर बाध्य करेंगे कि वह भारत का सनातन बाहुल्य चरित्र सदा-सदा के लिए सुनिश्चित और संरक्षित रखे।

राष्ट्रीय सचिव कमल रावत जी ने अब तक हुए पार्टी के विस्तार को जनसमूह के समक्ष रखा।

एकम् तेलंगाना के अध्यक्ष राजीव शाह एवं उपाध्यक्ष एन.के.चतुर्वेदी एवं उनकी टीम ने काफी सफल आयोजन किया।
इस आयोजन के आखिरी प्रश्न-उत्तर खंड में संघ एवं भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं ने उग्रता का प्रदर्शन करने का प्रयास किया, परंतु उनके सभी प्रश्नों का उत्तर जब एकम् के राष्ट्रीय महासचिव के नाते मैंने दे दिया तो उन्हें शांत होकर कहना पड़ा कि हमें इतनी जानकारी नहीं है। मैंने कहा, आप सब हमारे हिंदू भाई हो, आप सभी के जीवन व अधिकारों की रक्षा के लिए ही एकम् सनातन भारत दल का जन्म हुआ है। आपका हमेशा इस पार्टी में स्वागत है।