उल्टी राजनीति भारत की , अपने वोटर को मरवाते ;
उनको लगता वोट बढ़ेंगे , इसी से हिंदू को डरवाते ।
निर्दोषों को मरने देते , हत्यारों को छोड़ रखा है ;
लाशों की ये राजनीति है , अपने जमीर को मार रखा है ।
षडयंत्रों की नींव बनाकर , लाशों का महल खड़ा करते ;
वोट-बैंक मजहब का भाता , हिंदू की परवाह न करते ।
हिंदू का दुर्भाग्य सदा से , उसी के नेता धोखा देते ;
क्योंकि अपने कुकृत्य के कारण, ब्लैकमेल गुंडों से होते ।
अब हिंदू को संभलना होगा , ऐसे नेता से बचना होगा ;
चरित्रवान को आगे लाकर , देश की सत्ता देना होगा ।
यूपी में ऐसे हैं योगी व आसाम में हेमंता ;
पर पार्टी हो रही नपुंसक , इसी से होगा उसका अंता ।
अब हिंदू की अंतिम-आशा , “इकजुट-जम्मू” है आई ;
हर – हिंदू सहयोग करेगा , और तब भारत में छाई ।
केवल दो वर्षों का समय बचा है व हमको राष्ट्र बचाना है ;
“इकजुट-जम्मू” ” इकजुट-हिंदू” “इकजुट-भारत” लाना है ।
हर- हिंदू हो इसमें शामिल , पूरे – देश में फैलाओ ;
इसी बार ही आम चुनाव में , इसकी ही सरकार बनाओ ।
विकल्पहीन अब नहीं है हिंदू,’इकजुट-जम्मू’ सौभाग्य हमारा
“इकजुट-भारत” इसे बनाओ , धर्म-सनातन बचे हमारा ।
स्वर्णिम-अवसर हम हिंदू का , इसको नहीं गंवाना है ;
वामी , कामी ,जिम्मी , सेक्युलर , जेहादी को जाना है ।
धर्म – विरोधी नेता – अफसर , सबका मुँह काला होगा ;
“इकजुट-भारत” की ताकत से , पूरा-विश्व हमारा होगा ।
एक-एक क्षण बहुमूल्य हमारा’इकजुट-भारत’ का कार्य करो
गांव-गांव में शहर-शहर में , “इकजुट-भारत” प्रारंभ करो ।
इसके संस्थापक “अंकुर शर्मा” , जम्मू में अधिवक्ता हैं ;
मोबाइल में ढूंढ के इनको , हर – हिंदू पा सकता है ।
“इकजुट-भारत” लक्ष्य – हमारा , देश की सत्ता में लाओ ;
पुनर्जागरण धर्म – सनातन , देश को हिंदू – राष्ट्र बनाओ ।
केवल इसी मार्ग पर चलकर , सबका जीवन बच पायेगा ;
वरना अब्बासी – हिंदू नेता , हिंदू – धर्म मिटायेगा ।
“जय हिंदू-राष्ट्र”
रचनाकार : ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”