इंडिया स्पीक्स डेली चैनल है
पैसों के लिये कितना गिरता है ? सबसे नीचे हिंदू गिरता है ;
अपना धर्म छोड़ सकता है , अब्बासी-हिंदू बन सकता है ।
हिंदू ऐसा नहीं था पहले , इस्लामी-शासन से पतन हुआ ;
बचा खुचा गोरों ने लूटा , गांधी से पूर्ण-विनाश हुआ ।
अब आया गांधी का चेला , गुरु तो गुड़ था चेला शक्कर ;
धोखा देने में सबसे आगे , कोई नहीं दे सकता टक्कर ।
धोखे में हिंदू को रखकर , उसका हृदय-सम्राट बन रहा ;
सबसे बड़ा ये बगुला-भगत है , छुरा पीठ पर मार रहा ।
हिंदू को धर्मभ्रष्ट करने का , हर अवसर तलाश करता है ;
पौराणिक-मंदिर तोड़-तोड़ कर , गंदे-गलियारे बनवाता है ।
सैरगाह कर रहा तीर्थ को , चरित्रहीनता बढ़वाता है ;
हिंदू से धार्मिक-शिक्षा छीनी , झूठा-इतिहास पढ़ाता है ।
दिन पर दिन गिर रहा है हिंदू , अब्बासी-हिंदू है जिम्मेदार ;
हिंदू को खुद ही संभलना होगा, खुद पर पूरा ऐतबार ।
हिंदू ! अपने धर्म में लौटो , वही तुम्हारा खेवनहार ;
धर्म-सनातन की शक्ति से , कभी न होगी तेरी हार ।
रामायण , गीता , महाभारत , कोई एक ग्रंथ पढ़ना ;
“इंडिया स्पीक्स डेली” चैनल है या फिर इसको नित्य देखना।
“संदीप-देव” का ये चैनल है , धर्म – सनातन सिखलाये ;
कैसे अपनी करो सुरक्षा ? हिंदू को ये गुर बतलाये ।
हिंदू अब तक विकल्पहीन था , हिंदू-वादी नहीं था दल ;
अब हिंदू को विकल्प मिल गया,”एकम् सनातन भारत” दल।
सारे हिंदू ! इसमें आ जाओ , हिंदू का स्वर्णिम-अवसर है ;
हजार बरस की मिटे गुलामी , अब आ गया सुअवसर है ।
इस अवसर को नहीं गंवाना , समझो अंतिम-अवसर है ;
इस अवसर को प्राप्त कर लिया , तो तेरा सब कुछ सुंदर है ।
हिंदू-जीवन के सारे खतरे , केवल ये दल दूर करेगा ;
अब्बासी-हिंदू है ग्रहण देश का , उसको भी ये दूर करेगा ।
हिंदू पायेगा धार्मिक – शिक्षा , सारे मंदिर मिल जायेंगे ;
धन-संपत्ति छिनी मंदिर की , सब की सब वापस पायेंगे ।
शिक्षा-केंद्र बनेंगे मंदिर , कला , संस्कृति , धर्म की रक्षा ;
पूर्ण सुरक्षित हिंदू-जीवन , भारत की भी पूर्ण सुरक्षा ।
अब्बासी-हिंदू ने जो भी लुटवाया , भारत वापस पायेगा ;
कहीं न हो कोई अपराधी , ऐसा “राम-राज्य” आयेगा ।