एकमात्र हिंदू दल आया
ताकतवर चाहे जितना हो , पर जब तक वो सोता रहता है ;
कायर कमजोर नपुंसक गुंडे से,अपना गला कटा सकता है।
सदियों से बस यही हो रहा, हिंदू अज्ञान की निद्रा सोता है ;
वो तो राम-कृपा थी अब तक , किसी तरह से बचता है ।
इसीलिये अब्बासी – हिंदू , हमको धर्म से दूर कर रहा ;
मंदिर – मूर्ति तोड़ देने को , तरह-तरह से घात कर रहा ।
मंदिर तोड़ बने गलियारा , मंदिर लूटा जाता है ;
धर्म से दूर किया हिंदू को , पर्यटन – स्थल बनवाता है ।
जातिवाद को बढ़ा-बढ़ा कर , आपस में लड़वाता है ;
अब्राहमिक – एजेंडा इसका , पूरा करता जाता है ।
संचार के माध्यम झूठ परोसें , हिंदू को धोखा देते हैं ;
अब्बासी – हिंदू टुकड़े फेंकता , हरदम पूँछ हिलाते हैं ।
धर्म के पूरी तरह शत्रु हैं , भारत के अब्बासी – हिंदू ;
स्टॉकहोम – सिंड्रोम से पीड़ित , नेता जो अब्बासी – हिंदू ।
कायर कमजोर नपुंसक-नेता, भला देश का कर न सकेगा ;
शाहीन-बाग न रोक सकेगा , रोड-जाम होता ही रहेगा ।
पुरस्कार की गंदी – रिश्वत , पूरा – पूरा रिश्वतखोर ;
चरित्रहीन है भ्रष्टाचारी , बनता जाता आदमखोर ।
गरम – गोश्त का सौदागर है , लाशों का है व्यापारी ;
हिंदू का खून समझता पानी , सर से पांव तक मक्कारी ।
कब तक हिंदू ! तुम सोओगे ? जागो या फिर मिट जाओ ;
जागना होगा अभी ही तुमको,अभी है मौका फिर न पाओ ।
मुश्किल से दस-माह बचे हैं , अच्छी-सरकार बनाना है ;
या तो अच्छी-सरकार बनाओ , या दुनिया से जाना है ।
विकल्पहीन था पहले हिंदू , अब्बासी – हिंदू – नेता पाया ;
हिंदू-संहारक जो नेता था , उसको हृदय-सम्राट बनाया ।
सर्वश्रेष्ठ अब विकल्प मिला है,एकम् सनातन भारत आया ;
धर्म – सनातन पर आधारित , एकमात्र हिंदू-दल आया ।
अब जो हिंदू मौका चूका , दुनिया से मिट जायेगा ;
शांति का अंतिम-मौका जानो , खून-खराबा बच जायेगा ।
हिंदू सदा शांति को चाहे , वो तो तब ही हो सकता है ;
अच्छी सरकार बनाओ हिंदू ! पूर्ण-सुशासन आ सकता है ।
“एकम् सनातन भारत” दल ही, अच्छा शासन दे सकता है ;
धर्म न्याय कानून का शासन, “रामराज्य” को ला सकता है ।