विपुल रेगे। कार्तिक आर्यन की भूल-भुलैया-2 ने लड़खड़ा कर गिर रहे बॉलीवुड को बैसाखियों का सहारा दे दिया है। हॉरर और कॉमेडी की ये खिचड़ी दर्शकों को भा गई है। अनीस बज्मी की इस फिल्म में वह कंटेंट दिखाई देता है कि अगले दो सप्ताह बॉक्स ऑफिस पर बादशाहत कर सके। भूल-भुलैया-2 के सामने कंगना रनौत का रौब फीका पड़ता दिखाई दे रहा है। उनकी फिल्म धाकड़ के कलेक्शन दूसरे दिन और गिर गए। कार्तिक आर्यन ने वह काम कर दिखाया है, जो सलमान खान और अक्षय कुमार भी नहीं कर सके थे।
अनीस बज़्मी की भूल-भुलैया, प्रियदर्शन वाली मूल फिल्म से बिलकुल अलग है। कहानी को बदल दिया गया है। कहानी को बदलना फिल्म के लिए लाभदायक सिद्ध हुआ है। ये कार्तिक आर्यन की सबसे अधिक ओपनिंग करने वाली फिल्म बन गई है। कुछ समय पहले कार्तिक को इंडस्ट्री के ही कुछ प्रभावशाली लोगों ने बाहर फेंकने का प्रयास किया था, आज उनको अपने किये का सशक्त उत्तर मिल गया होगा।
रुहान रंधावा एक मस्तमौला ट्रेवलर है। एक दिन उसकी मुलाक़ात रीत से होती है। रीत मेडिकल की परीक्षा पूरी कर अपने घर जा रही है, जहाँ उसकी शादी है। कहानी में कुछ ऐसे ट्विस्ट आते हैं कि रीत को मरने का नाटक करना पड़ता है। रीत के राजस्थान वाले घर में कई साल से मंजुलिका की आत्मा कैद है। एक दिन रीत की गलती से मंजुलिका कैद से बाहर आ जाती है।
निर्देशक अनीस बज्मी ने इसे हॉरर और कॉमेडी के लहजे में बनाया है। ये मूलतः एक मसाला फिल्म है। इससे मनोरंजन से अधिक अपेक्षा दर्शक को नहीं रखनी चाहिए। अनीस बज़्मी मसाला फ़िल्में बनाने के लिए ही जाने जाते हैं। कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी को परदे पर देख एक ताजगी का अनुभव होता है। इन दोनों की केमिस्ट्री परदे पर बड़ी ही जीवंत लगी है। कार्तिक ने जबरदस्त बाउंस बैक किया है।
एक समय लग रहा था कि कहीं वे फिल्म उद्योग से ही गायब न हो जाए। कियारा आडवाणी अब आत्मविश्वास से भरी दिखाई देती है। कियारा अपनी पिछली फिल्म शेरशाह से स्टार तो बन ही चुकी थी। इस फिल्म से बॉक्स ऑफिस पर उनके नाम की पकड़ और मजबूत हो जाएगी। तब्बू इस फिल्म का विशेष आकर्षण हैं। उन्होंने अपने किरदार में जान फूंक डाली है। तब्बू अपने कॅरियर की दूसरी पारी में चौके-छक्के लगा रही हैं।
श्रीराम राघवन की ब्लॉकबस्टर फिल्म अंधाधुन में भी उन्होंने प्रभावोत्पादक भूमिका निभाई थी। भूतनी के किरदार में तब्बू डराने में कामयाब रहती हैं। फिल्म में कॉमेडी का उत्तरदायित्व संजय मिश्रा और राजपाल यादव को दिया गया था। इन दोनों में संजय मिश्रा प्रभावी सिद्ध हुए हैं। बहुत दिनों बाद उनका ऐसा एक्ट आया है कि थियेटर ठहाकों से गूंजता रहता है।
अनीस बज्मी की ये फिल्म बॉक्स ऑफिस की वैतरणी आसानी से पार कर जाएगी। पहले दिन 14 करोड़ और दूसरे दिन उससे अधिक 18 करोड़ का कलेक्शन कर ये फिल्म एक संतुलित हिट की ओर बढ़ती दिखाई दे रही है।