योगी लाओ धर्म बचाओ , देश को हिंदू – राष्ट्र बनाओ ;
पार्टी वालो ! अब तो संभलो , वरना चले भाड़ में जाओ ।
धूल में तुम सब मिल जाओगे , एक नया दल आयेगा ;
हिंदू – धर्म का रक्षक होगा , हिंदू – राष्ट्र बनायेगा ।
योगी – हेमन्त से नेता होंगे , कायर – नेता जायेगा ;
अंधकार सब मिट जायेगा , नया – सबेरा आयेगा ।
भीषण अत्याचार चल रहा , हजार बरस से देश में ;
अत्याचार मिटेगा सारा , योगी – हेमंत के देश में ।
सारा तुष्टीकरण मिटेगा , सारे एक समान होंगे ;
सच्चा-इतिहास सभी जानेंगे, सब के सब घर वापस होंगे।
गांधी का षड्यंत्र मिटेगा , नेहरू की साजिश जायेगी ;
कायर,कुटिल,कपूत थे जितने , उनकी पूरी जाति जायेगी ।
राष्ट्र का सौदा करने वाले , सबके मुंह काले होंगे ;
सबको पूरी सजा मिलेगी , सब के सब नंगे होंगे ।
बहुत लुट चुका राष्ट्र हमारा , अब न कोई लूट सकेगा ;
वामी,जेहादी,जिम्मी,सेक्युलर , करनी का फल पायेगा ।
शत-प्रतिशत कानून का शासन, भेदभाव बिल्कुल न होगा ;
जस का तस कानून हो लागू , पूर्ण – सुशासन ही होगा ।
संविधान बेकार है अपना , पूरा नया बनायेंगे ;
धर्म – सनातन सर्वश्रेष्ठ है , उसको ही अपनायेंगे ।
कृष्ण – नीति, विदुर – नीति , चाणक्य – नीति को लायेंगे ;
धर्म – नीति मय राज्य – व्यवस्था , स्वर्णकाल को पायेंगे ।
सबको पूरा न्याय मिलेगा , कहीं नहीं अन्याय रहेगा ;
भ्रष्टाचार का दंड मृत्यु हो , सारा भ्रष्टाचार मिटेगा ।
बेईमान नेता व अफसर , अंत भयानक पायेंगे ;
राष्ट्र का लूटा धन वापस हो , उम्रकैद को पायेंगे ।
राज्य के चारों-अंग सुदृढ़ हों , आदर्श – व्यवस्था आयेगी ;
पहले पूरी- दुनिया हिंदू थी , फिर से हिंदू बन जायेगी ।
बर्बर,नृशंस,आतंकी,हत्यारा , संपूर्ण विश्व से मिट जायेगा ;
हिंदू – राष्ट्र बनेगा भारत , पूरा – विश्व शांति पायेगा ।
“जय हिंदू-राष्ट्र”
रचनाकार : ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”