दिशा – सुशांत के खून का बदला , मानवता को लेना है ;
बॉलीवुड , अब्बासी – हिंदू , दोनों को झटका देना है ।
बॉलीवुड जेहादी – गैंग है , हिंदू – धर्म का दुश्मन है ;
अब्बासी – हिंदू इसका संरक्षक , पूरा काला तन – मन है ।
बहिष्कार हो इन दोनों का , इनके हाथ कटोरा दो ;
धर्म की जितनी हानि हुई है , उसका पूरा बदला लो ।
सारी फिल्में फ्लॉप कराओ,अब्बासी हिंदू की जब्त जमानत
हिंदू ! अच्छी सरकार बनाओ , तब न होगी कभी कयामत ।
अपराधी हो जेल के अंदर , हत्यारों को फांसी हो ;
भले लोग हो पूर्ण सुरक्षित , कानून की कभी न हांसी हो ।
पूरा-पूरा कानून का शासन , भेदभाव बिल्कुल न हो ;
धर्म का शासन लेकर आओ , ताकि अपराध कभी न हो ।
राजदंड को पूर्ण -सुदृढ़ता , अपराधों का पूर्ण विनाश ;
तृप्तिकरण का , भेदभाव का , पूरा – पूरा होगा नाश ।
सबके साथ का नारा झूठा , हिंदू के यह साथ नहीं ;
इसी तरह विकास का नारा , बिल्कुल सच के पास नहीं ।
विश्वासघात को करने वाले , विश्वास का नारा देते हैं ;
हिंदू को धोखे में रखकर , उनका गला कटाते हैं ।
दिशा-सुशांत के हत्यारों को , अब्बासी-हिंदू बचा रहा है ;
पूरा शासन इसके ताबे , न्याय की खिल्ली उड़ा रहा है ।
शांति-सुरक्षा अगर चाहिये , अच्छी-सरकार बनाना है ;
सर्वश्रेष्ठ दल “इकजुट-जम्मू”,” इकजुट-भारत” बनवाना है ।
जल्दी लाओ “इकजुट-भारत”, हिंदू-समाज की मांग यही ;
वरना “नोटा- ब्रह्मास्त्र” हमारा, अपनी भूलों को करो सही ।
सबसे बड़ी भूल हिंदू की , अब्बासी-हिंदू नेता लाया ;
अब सुधार हिंदू ही करेगा , हर चुनाव में इसे हराया ।
दिशा-सुशांत का लहू पुकारे,इसका प्रतिकार सुनिश्चित हो ;
साजिशकर्ता व हत्यारे , जेल में जाना निश्चित हो ।
सबसे ज्यादा जो भी सजा हो,सजा मौत भी हो सकती है ;
हर हाल में इनको देना है , कभी नहीं टल सकती है ।
जैसी भी है न्यायपालिका , अभी भी सबसे उत्तम है ;
बस अच्छी सरकार बनाओ , “इकजुट-भारत” सर्वोत्तम है ।
इकजुट-जम्मू , इकजुट-हिंदू , इकजुट-भारत ले आओ ;
दिशा-सुशांत को न्याय मिलेगा,देश को “हिंदू-राष्ट्र” बनाओ।