कोरोना फैलाने वाले ,चीन का कर दो सूपड़ा साफ ;
शी जिनपिंग को पकड़ के मारो,कभी न करना उसको माफ
कोरोना से मृत्यु से बेहतर , चीन से लड़ते मर जाना;
चाहे कुछ भी हो जाये पर , चीन साफ करके जाना ।
दुनिया भर में चीनी गुंडे , उन सबका संहार करो ;
चीन पे हमला फौरन कर दो ,अब इसमें न देर करो ।
घेर के सारे ,चीन को मारो , इसमें करना दया नहीं ;
खूनी राक्षस चीन के जितने , इनमें कोई हया नहीं ।
दुनियाभर को कब्जाने का , ये चीनी षडयंत्र है ;
चीनी राक्षस बच न पाये , अब केवल ये मंत्र है ।
चीन का केवल एक ही चमचा , जोकि पाकिस्तान है ;
दोनों को अब घेर के मारो , विजयी हिंदुस्तान है ।
जितने मित्र देश हैं अपने , सारे मिलकर हल्ला बोल ;
सभी जगह कोरोना फैला , कर दो चीन का डब्बा गोल ।
मानवता का दुश्मन है ये , दानवता का यार है ;
अबकी चीन न बचने पाये , कर दो आर पार है ।
अब जो चूके , मिट जाओगे , बिना लड़े ही, मर जाओगे ;
बिना लड़े मरना है बदतर , मरके भी न चैन पाओगे ।
चीन का इस दुनिया में रहना , समझो तेरी मौत है ;
चीन का जड़ से करो सफाया , तभी चीन की फौत है ।
एटम बम तो अवश्य चलेंगें , इसमें क्या घबराना है ;
एटम बम की आग में ही तो , कोरोना जल जाना है ।
अब येही अंतिम रास्ता है और नहीं कोई विकल्प ;
चीन जलाकर राख करो अब , ये है हम सबका संकल्प ।
“वंदे मातरम -जय हिंद”
रचयिता :बृजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”