अबकी ई वी एम हटाकर
भ्रष्टाचार मिटाना होगा , अच्छी सरकार बनाना होगा ;
ई वी एम हटाना होगा , भारतवर्ष बचाना होगा ।
ये चारों अनिवार्य कार्य हैं , हिंदू ! तुमको करना है ;
वरना वो दिन दूर नहीं है , जान के लाले पड़ना है ।
मुँह न चुराओ संघर्षों से , डटकर सामना करना होगा ;
बदतर हैं हालात मुल्क के , हमको इसे बचाना होगा ।
सारी दुनिया हिंदू की दुश्मन , हिंदू-धर्म मिटाना चाहे ;
उनसे तो हम निपट ही लेंगे , पर अब्बासी-हिंदू ये न चाहे ।
सबसे बड़ी समस्या है ये , अब्बासी-हिंदू है जो नेता ;
अबकी बार जो सत्ता पाया , समझो देश रसातल जाता ।
देश को नर्क कर दिया इसने , सभी जगह है इसका जाल ;
दुश्मन से ज्यादा खतरनाक है , इसको समझो अपना काल ।
जितना नुकसान किया है इसने,अंग्रेज-मुगल तक कर न पाये ;
कितना कमजोर किया हिंदू को, हिंदू इसको समझ न पाये ।
अब जब पानी सर तक आया , तब हिंदू थोड़ा चेत रहा है ;
मरता हिंदू क्या न करता ? मजबूरी में जूझ रहा है ।
एक साथ सब हिंदू आओ , मिलकर ये आवाज उठाओ ;
ई वी एम से पिंड छुड़ाओ , व अच्छी सरकार बनाओ ।
सबसे जरूरी-काम यही है , अच्छी-सरकार बनाना होगा ;
वरना ऐसे हालात के रहते , भीषण रक्तपात होगा ।
राजनीति में भरे हुये हैं ? कायर, कमजोर ,नपुंसक नेता ;
एक नंबर के चरित्रहीन हैं , महाभ्रष्ट ऐसे नेता ।
मंदिर – मूर्ति को तोड़ रहे हैं , म्लेच्छों से तुड़वाते हैं ;
म्लेच्छों को रोजगार दे रहे , सारे – कार्य कराते हैं ।
सारे-हिंदू ! जाग जाओ अब, आखिर कब तक लुटो पिटोगे ?
हजार-साल से मार खा रहे , कब इसका प्रतिकार करोगे ?
अभी नहीं तो कभी नहीं , करना है या मरना है ;
जन्म-सिद्ध अधिकार हमारा , आजादी को लेना है ।
नेतृत्व विहीन था अब तक हिंदू , कहीं नहीं था हिंदू-नेता ;
नेता था अब्बासी – हिंदू , हिंदू के ही गले कटाता ।
पर अब हिंदू-रक्षक दल आया , “एकम् सनातन भारत” नाम ;
हिंदू-हित के लिए बना है , एकमात्र ये इसका काम ।
धर्म-सनातन जीवन इसका , “ राम-राज्य” को लाना है ;
अबकी ई वी एम हटाकर , इसकी सरकार बनाना है ।