धर्म – सनातन प्रकाश स्वरूप है , बाकी सब है अंधकार ;
पर भारत का दुर्भाग्य यही है , हम पर भारी है अंधकार ।
अनाचार का यही है कारण , इसी से फैला भ्रष्टाचार ;
भ्रष्टाचार ही मूल स्रोत है , जितने भी हैं अत्याचार ।
अंधकार में ढंका हुआ है , भारत का सच्चा इतिहास ;
अंधकार नेहरू पर छाया , बनवाया झूठा इतिहास ।
सच्चे इतिहास से नेहरु डरता , भेद पितामह खुल जाता ;
गंगाधर नेहरू नाम था झूठा , सही नाम तब खुल जाता ।
गाजी गयासुद्दीन सही नाम था , इस्लाम मानने वाला था ;
अंग्रेजों के डर के कारण , नाम बदलने वाला था ।
केवल नाम ही उसने बदला , मजहब वही पुराना था ;
इसी तरह उसके सब वंशज, हिन्दू से वैर पुराना था ।
अभी भी उसके सारे वंशज , हिंदू – धर्म के दुश्मन हैं ;
उस पर चोला है गांधी का , मानवता का दुश्मन है ।
राजनीति सब भरी पड़ी है , ऐसे ही रंगे- सियारों से ;
अंधकार में जिन्दा रहते , ऐसे गर्दिश के तारों से ।
अंधकार जब हट जायेगा , ये सब गायब हो जायेंगे ;
धर्म- सनातन के प्रकाश में , अंधकार न जी पायेंगे ।
सोशल – मीडिया की ज्योति में , अंधकार छंट जायेगा ;
सत्य-सनातन के प्रकाश में, झूठा इतिहास न रह पायेगा ।
सच्चे – इतिहास को हिंदू जानें , सारे झूठों को पहचाने ;
धर्म – सनातन सर्वश्रेष्ठ है , अपने सच्चे -धर्म को जानें ।
धर्म के दुश्मन गांधी नेहरू ,भली-भांति इसको सब जानो ;
गांधी नेहरू के जितने चेले,उन सब को भी ठीक सेजानो ।
अभी भी ये चेले छाये हैं , देश हैं इनके कब्जे में ;
वामी, कामी, धिम्मी, सेक्युलर , राष्ट्र है उनके कब्जे में ।
हिंदू – धर्म के पक्के – दुश्मन , शाहीन- बाग करवाते हैं ;
उनके मन की फर्जी बातें, डीएनए यही मिलाते हैं ।
सदा सावधान सब रहना , गद्दारों से बच कर रहना ;
हजार साल से झेल रहे हो ,अब ये गुलामी नहीं है सहना ।
हम हिंदू हैं धर्म – सनातन , हमको राष्ट्र बचाना है ;
एकजुट हिंदू सब हो जाओ , हिंदू – राष्ट्र बनाना है ।
हिंदू – राष्ट्र बनाओ भारत , आतंकवाद से इसे बचाओ ;
“एकजुट-जम्मू””एकजुट-हिंदू””एकजुट-भारत” ले आओ ।
“वंदेमातरम-जयहिंद”
रचयिता:ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”