ई वी एम के जो हैं समर्थक , उनके मन में खोट है ;
लोकतंत्र के यही हैं दुश्मन , चोरी करते वोट हैं ।
आजादी से लेकर अब तक , हिंदू-जनता लुटती आयी ;
अपने ही लोगों ने लूटा , उनकी छुरी पीठ पर खायी ।
हिंदू का दुश्मन उसका नेता , राम नाम पर उसको लूटा ;
मुँह में राम बगल में ईंटा , मिल जाये राम धमक दें ईंटा ।
हद दर्जे के पातक नेता , नब्बे-प्रतिशत हिंदू-नेता ;
तथाकथित हिंदूवादी दल , भरे हुये ऐसे ही नेता ।
हिंदू-जनता को मूर्ख बनाते , उसके वोटों से सरकार बनाते ;
ऐसे नेता अब्बासी – हिंदू , जो हिंदू का गला कटाते ।
धोखेबाजी का चरमोत्कर्ष है , जुमलेबाजी व लफ्फाजी ;
इसी जाल में हिंदू फांसा , अब्बासी-हिंदू की यही है साजी ।
ई वी एम हटाना होगा , भारतवर्ष बचाना होगा ;
अब्बासी-हिंदू है ग्रहण देश का , इससे मुक्ति पाना होगा ।
जब तक ई वी एम रहेगा , निष्पक्ष-चुनाव नहीं होगा ;
अब्बासी-हिंदू का खूनी-पंजा , भारत की गर्दन पर होगा ।
लोकतंत्र को नष्ट कर रहा , ई वी एम का मायाजाल ;
हिंदू-द्रोही सरकार बनाकर , भारत का काटा पूरा-भाल ।
कश्मीर देश से अलग हो चुका , पूर्वोत्तर की बारी है ;
दक्षिण का भी हाल बुरा है , पूरे भारत की तैयारी है ।
अब्बासी-हिंदू धर्म का दुश्मन , साजिश की प्रतिमूर्ति है ;
अपनी मूर्ति लगाना चाहे , तोड़े मंदिर की मूर्ति है ।
बेईमानी से सत्ता पर काबिज , ई वी एम को हैक कराया ;
केवल खुद ही रहना चाहे , बाकी सबको बैक कराया ।
हिंदू को ये भरमाता है , धर्मान्तरण बढ़वाता है ;
हिंदू पर कानूनी – डंडा , साहस – शौर्य मिटाता है ।
हिंदू ! अपना साहस मत खोना , डटकर सामना करना है ;
अब्बासी – हिंदू से मुक्ति पाने को , ई वी एम हटाना है ।
ई वी एम का बहिष्कार हो , हर स्तर पर बहिष्कार ;
निष्पक्ष चुनाव हो हर स्तर पर , तब होगी अच्छी-सरकार ।
हर हिंदू का ये हो सपना , अच्छी – सरकार बनाना है ;
स्वार्थ,लोभ,भय,लालच छोड़ो , अच्छे-दल को लाना है ।
अच्छे-दल की आवश्यकता है , अच्छी-सरकार बनायेगा ;
“एकम् सनातन भारत” दल ही , रामराज्य को लायेगा ।