गंदी – राजनीति भारत की , डेमोक्रेसी फ्रॉड है ;
पूरी – सत्ता हिंदू – विरोधी , वन – नेशन वन- गॉड है ।
पाकिस्तान – समर्थक सारे , पूरे सिस्टम पर हावी हैं ;
तत्क्षण सत्ता न बदली तो , भारत-विनाश ही भावी है ।
सौ में नब्बे नेता – अफसर , पूरे – पूरे चरित्रहीन हैं ;
मजहब वालों के हनीट्रैप में , फंसे हुये श्रीहीन हैं ।
भारत के बाहर इन सबकी , बनी हुयी ब्लू – फिल्में हैं ;
मुफ्त की अय्याशी का चक्कर , जिससे बने मेंमने हैं ।
भारतवर्ष मिटा देने की , अब्राहमिक पूरी साजिश है ;
चरित्रहीन नेता व अफसर , उन पर पूरी पालिश है ।
अब तो केवल धर्म – सनातन , भारतवर्ष बचा सकता है ;
शस्त्र-शास्त्र का पूर्ण प्रशिक्षण,हमको धर्म सिखा सकता है।
रामायण , गीता , महाभारत , पढ़ना और पढ़ाना है ;
सारे हिंदू ! योद्धा बन जाओ , भारतवर्ष बचाना है ।
हनीट्रैप हिंदू – नेता ही , भारत के असली – दुश्मन हैं ;
गांधी – नेहरू इसकी जड़ थे , अब उनके चेले दुश्मन हैं ।
यही तो हैं अब्बासी – हिंदू , हुआ मानसिक खतना है ;
उनके साथी सरकारी – हिंदू , एक ही उनका सपना है ।
सपना क्या है? लूटो,खाओ,ऐश करो व भारत की बर्बादी ;
सारे हिंदू ! सावधान हों , हमें रोकना ये बर्बादी ।
सबसे पहला काम यही हो , राजनीति को शुद्ध बनाओ ;
सड़े हुये दलदल हैं सब दल , हिंदू ! इनको परे हटाओ ।
हमें चाहिये अब ऐसा दल , देशभक्त व चरित्रवान ;
“इकजुट-जम्मू” ऐसा ही दल , हिंदू – भारत की पहचान ।
पूरे देश के हिंदू मिलकर , ” इकजुट-भारत” इसे बनाओ ;
आने वाले हर चुनाव में , इसको पूरी विजय दिलाओ ।
अच्छे दिन वाकई आयेंगे , “इकजुट-भारत” आने वाला है ;
हिंदू ! अब तुम जागते रहना, अब्बासी-हिंदू जाने वाला है ।
“इकजुट-जम्मू”,” इकजुट-हिंदू”,” इकजुट-भारत” आयेगा ;
हिंदू को पूरा न्याय मिलेगा , “हिंदू-राष्ट्र” बनायेगा ।
मंदिर से सरकारी – कब्जा , पूरी तरह हटाना है ;
धन – जमीन सब वापस होगी , धर्म का शासन आना है ।
मंदिर-मंदिर धार्मिक-शिक्षा , जगह-जगह गुरुकुल होंगे ;
चरित्रवान तब बनेंगे नेता , अफसर भी ऐसे होंगे ।
“जय हिंदू-राष्ट्र”, रचनाकार : ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”