जागो हिंदू ! अब तो जागो (भाग-5)
बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ , बाद में जेहादी से कटाओ ;
अब्बासी-हिंदू के इस शासन में, हिंदू!अपनी लाज गंवाओ ।
हिंदू को यदि शान से जीना , अच्छी सरकार बनाना होगा ;
अब्बासी-हिंदू को हटाना होगा,गजवायेहिंद को रोकना होगा
हिंदू ये तब कर पायेगा , पहले अज्ञान मिटाना होगा ;
अब्बासी-हिंदू जिम्मी नेता को, अच्छी तरह जानना होगा ।
बहुत बड़ा मायावी , छलिया , महाधूर्त है धोखेबाज ;
धर्म – सनातन की शक्ति से , निपट जायेगा बंडलबाज ।
या तो अच्छी सरकार बनाओ , या हिंदू ! दुनिया से जाओ ;
अच्छी सरकार बनेगी कैसे ? हिंदू ! वोट-बैंक बन जाओ ।
वोट-बैंक हिंदू का बनाओ , जातिवाद का जहर मिटाओ ;
गर्व करो हिंदू होने पर , सब का सब पाखंड हटाओ ।
सबसे बड़ा पाखंडी – नेता , अब्बासी – हिंदू जो नेता ;
चला रहा किसका एजेंडा ? हिंदू – धर्म का सौदा करता ।
सदा-सदा से ये ऐसा था , पर हिंदू इसको जान न पाया ;
सबसे बड़ा हिंदू का दुश्मन , हिन्दू हृदय सम्राट बनाया ।
अब्राहमिक ग्लोबल एजेंडा , इसको ये चलवाता है ;
सत्ता में इसको “वे” ही लाते , धर्मांतरण करवाता है ।
झूठा-इतिहास व गंदी शिक्षा , कैसे हिंदू को मूर्ख बनाया ?
पढ़े लिखे भी महामूर्ख हैं , हिंदू को इसने ऐसा बनाया ।
धर्म – संस्कृति भूला हिंदू , अंग्रेजियत का दास बना ;
बंधुआ-मजदूर बना नेता का , हिंदू जिंदा – लाश बना ।
धर्म – विहीन जितने भी हिंदू , सारे मृतक समान हैं ;
केवल अपना जीवन ढोते , चौपाये के समान हैं ।
डंडा मारके इनको हांके , अब्बासी – हिंदू जो नेता ;
निरीह-जानवर बना है हिंदू , इसीलिये कटता रहता ।
जागो हिंदू ! अब तो जागो , कुछ तो अपना सम्मान करो ;
जीना है सम्मान से तुमको , “महाविष्णु” का ध्यान धरो ।
अपरिहार्य है अच्छा शासन , सर्वश्रेष्ठ कानून का शासन ;
सत्यनिष्ठ दल अबकी चुनना , तभी मिलेगा पूर्ण सुशासन ।
राजनीति के महाकाश में , धर्म-सूर्य सा चमक रहा है ;
हिंदू को स्वाधीन कराने , एक नया दल उभर रहा है ।
“एकम् सनातन भारत” ही है , भारतवर्ष का तारणहार ;
जब सारे हिंदू साथ हों इसके,तब कभी न हो हिंदू की हार ।