सर्वश्रेष्ठ है धर्म – सनातन , पर कहीं नहीं है हिंदू- राष्ट्र ;
ऐरे -गेरे जितने मजहब , पर जाने कितने हैं उनके राष्ट्र ।
मानवता के सर्वश्रेष्ठ गुण , धारण करता धर्म- सनातन ;
कोई मजहब धर्म नहीं है , एकमात्र है धर्म सनातन ।
सत्य, शौर्य ,साहस, चरित्र , जितने भी सर्वोत्तम गुण ;
केवल हिंदू- धर्म में मिलते , इसमें कहीं नहीं अवगुण ।
फिर भी हिंदू मार खा रहा , मजहब वाले मौज करें ;
इसका कारण सद्गुण – विकृति , हिंदू ये गलती रोज करें ।
हिंदू लड़ता है धर्म- युद्ध , जबकि दुश्मन है महा अधर्मी ;
हिंदू दुश्मन को मानव माने , चाहे दुश्मन हो महा कुकर्मी ।
कोढ़ में खाज हैं गांधी- नेहरू , इनका ही षड्यंत्र है ;
धर्म – सनातन के ये दुश्मन , मजहब वालों के यंत्र हैं ।
झूठा इतिहास व गंदीशिक्षा ,गांधी नेहरू ने दुष्चक्र चलाया ;
हिंदू भूला धर्म -सनातन , मजहब की चालों में आया ।
साहस – शौर्य सभी बिसराया , कायरता का गुण अपनाया ;
गांधीनेहरू कीचाल में फंसकर,कदमकदम पर धोखा खाया
पहले पाकिस्तान बना था , अब तो हिन्दुस्तान गंवाया ;
जब से हिंदू धर्म को भूला ,लोभ लालच व स्वार्थ में आया ।
हिंदू- नेता इसी वजह से , भ्रष्टाचारी यौनाचारी ;
गुंडों के फंदे में फंसते , वजह है उनकी ये कमजोरी ।
हाईजैक हो जाते नेता , ब्लैकमेल तब होते हैं ;
गुंडों की गिरफ्त में आकर , राष्ट्र- विरोधी हो जाते हैं ।
फिर ये अल्पसंख्यक बढ़ाते , तुष्टीकरण बढ़ाते हैं ;
आरक्षण को बढा -बढा कर , हिंदू- शक्ति घटाते हैं ।
राष्ट्र को जितनी भी क्षति पहुंची , आजादी के बाद में ;
अंग्रेज , मुगल भी कर न पाये , हजार बरस के काल में ।
क्योंकि घर का भेदी लंका ढाता , ये ही हिंदू के संग हुआ ;
इसी तरह हिंदू – नेता से , हिंदू ही बरबाद हुआ ।
जब तक ये सिलसिला चलेगा,हिंदू मरता-खपता ही रहेगा ;
हर हिंदू इस सत्य को जाने , वरना हिंदू अब नहीं बचेगा ।
घर-घर जागरूक हो हिंदू , सोशल मीडिया सत्य बताता ;
धर्म -सनातन तभी बचेगा , जब हो चरित्रवान हर नेता ।
राष्ट्र में केवल चरित्र का संकट , नेता चरित्रवान ही लाओ ;
तब ही हिंदू- धर्म बचेगा , देश को हिंदू- राष्ट्र बनाओ ।
“वंदेमातरम-जयहिंद”
रचयिता:ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”