साहित्य सृजन का उद्देश्य यही है ,अंधकार को दूर हटाना ;
ज्ञान की किरणों का सूर्योदय , काली रात का मिट जाना ।
मानव जाति को मार्ग दिखाये , सारी भटकन को दूर करे ;
अन्याय से जो भी पीड़ित हों , उनकी पीड़ा को दूर हरे ।
सत्ताधीशों को राह दिखाये , जनता को भी राह पे लाये ;
मुँह देखी बात न कहनी है , जो भी सच है वो बतलाये ।
पर निहित स्वार्थी तत्वों ने , साहित्य प्रदूषित कर डाला ;
गांधी – नेहरू कितने पापी , पर उनके पापों को धो डाला ।
अब ऐसी नयी सुबह आयी , झूठा इतिहास मिट जायेगा ;
सोशल मीडिया का सूर्योदय , सब अंधकार मिट जायेगा ।
सच्चा इतिहास ही चमकेगा , हर झूठ सामने आयेगा ;
सबका ही होगा पर्दाफाश , कोई भी न बच पायेगा ।
आजादी कैसे आयी है ? ये राजफाश हो जायेगा ;
कांग्रेस की कलई खुलेगी , सुभाष बोस छा जायेगा ।
कांग्रेस बनायी गोरों ने , सिर्फ अपनी जान बचाने को ;
जनता का क्रोध न बढ़ पाये , कांग्रेस बनी फुसलाने को ।
पर सुभाष बोस की ताकत से , डरकर भागे सारे गोरे ;
पर इसी दुश्मनी के चलते , षड्यंत्र कर गये वे गोरे ।
जो योग्य पुरुष पीएम पद का , जरिये गांधी हटवा डाला ;
गांधी ने पटेल को पीछे कर ,एक पापी पीएम बनवा डाला ।
वो पापी मुगल जवाहर था , हिंदू का फर्जी चोला था ;
गाजी गयासुद्दीन का पोता , शत-प्रतिशत इस्लामी था ।
गांधी भी केवल नाम का हिंदू ,आधा ईसाई आधा इस्लामी ;
कपूत राष्ट्र के ये दोनों , दोनों ने बनाया भारत इस्लामी ।
भारत में ये इस्लामी राज , जो भारत राष्ट्र पर हावी है ;
लगभग सारे नेता जिम्मी , अब महाविनाश ही भावी है ।
दुश्मन से भी खतरनाक , ये कौम दोगली जिम्मी है ;
इनके आका हैं जेहादी , ये ऐसी कौम निकम्मी है ।
जिम्मी करते हैं प्रतिस्पर्धा , अपने आका को खुश करने ;
ये पक्के हिंदू धर्म के दुश्मन , आगे हिंदू पर हमला करने ।
ये ही मंदिर तुड़वाते हैं , सरकारी कब्जा करवाते ;
मंदिर के धन को हड़प- हड़प , गुंडों में ये ही लुटवाते ।
हजार बरस से राष्ट्र लुट रहा,हर हालत में अब राष्ट्र बचाओ;
खत्म करो इस्लामी राज और देश को हिंदू -राष्ट्र बनाओ।
“वंदेमातरम-जयहिंद”
रचयिता:ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”