जनरल रावत की मौत का बदला (भाग-3)
भारतवर्ष के जितने दुश्मन , उन सबका ये प्लान बना ;
भारतवर्ष मिटा देने का , घातक मास्टर-प्लान बना ।
इसमें रोड़ा भारत की सेना , पहले उसको कमजोर बनाया ;
इसीलिये अब्बासी-हिंदू , अग्निवीर को लेकर आया ।
महान-देशभक्त भारत की सेना , सहज ही इसको न माना ;
जनरल रावत थे उसके अगुवा , कतई नहीं इसको माना ।
इसीलिये जो देश के दुश्मन , उन्होंने ये षड्यंत्र बनाया ;
हेलीकॉप्टर क्रैश कराकर , अपना रास्ता साफ कराया ।
जनरल रावत के साथ-साथ , सौभाग्य देश का चला गया ;
विश्व की सर्वोत्तम जो सेना , उसको किसने कमजोर किया ?
साफ नतीजा आ रहा सामने , चीन से हमने भूमि गंवाई ;
चार हजार वर्ग किमी से ज्यादा, भारत ने अपनी भूमि गंवाई ।
कश्मीर भी लगभग जा ही चुका है , आतंकवाद ही हावी है ;
बंगाल – मनीपुर भी जायेगा , केरल – गुजरात भी भावी है ।
जब नेता हो अब्बासी – हिंदू , तब तो ऐसा होगा ही ;
अज्ञान में डूब चुका जब हिंदू , पूर्ण-विनाश तो होगा ही ।
जागो हिंदू ! अब तो जागो , वरना बहुत देर होवेगी ;
चुन – चुन कर मारे जाओगे , मां – बेटी – पत्नी रोवेगी ।
अज्ञान से उपजा जो भय तेरा , तेरा सबसे-बड़ा शत्रु है ;
ज्ञान से इस दुश्मन को मारो , ज्ञान ही तेरा परम-मित्र है ।
अब्बासी-हिंदू की गंदी-साजिश, हिंदू को ज्ञान से दूर किया ;
झूठे-इतिहास की गंदी-शिक्षा , धार्मिक-शिक्षा से दूर किया ।
हिंदू ! यदि तुझको धर्म बचाना , जान बचाना – देश बचाना ;
जनरल रावत की मौत का बदला, इस चुनाव में तुझको लेना ।
एकमात्र बस यही मार्ग है , देशभक्त – सरकार बनाओ ;
चरित्रवान हों सारे नेता , ऐसे दल की सरकार बनाओ ।
ऐसा एक नया दल आया , “एकम् सनातन भारत” दल ;
बहुत ही सीमित साधन इसके , इसे चाहिये हिंदू का बल ।
सारे-हिंदू ही कमान संभाले, अपने स्तर से प्रत्याशी लाओ ;
हिंदू ! स्वयं चुने प्रत्याशी , अपने साधन से चुनाव लड़ाओ ।
“एकम् सनातन भारत” का वादा , हर-हिंदू के सदा साथ है ;
हिंदू ! अविलम्ब चुनें प्रत्याशी , ये दल पूरी तरह साथ है ।
आला-कमान से संपर्क साधकर,भारत भर में चुनाव लड़ाओ ;
“एकम् सनातन भारत” लाकर , भारत में “राम-राज्य” पाओ ।