“संदीप-देव” भी यही कर रहे
देश की हालत बहुत बुरी है , सभी जगह है अवमूल्यन ;
सबसे बदतर राजनीति है , इसका शून्य है मूल्यांकन ।
नहीं है कोई नियम – कायदा , न ही कोई सिद्धान्त है ;
बची है केवल जुमलेबाजी , देशभक्ति का पूर्णान्त है ।
दुश्मन-देशों का हो चुका है कब्जा , सारे शीर्ष-तंत्र पर ;
अब्राहमिकों का वरदहस्त है , इस पूरे षडयंत्र पर ।
सदियों से ये आमादा हैं , हिंदू – धर्म मिटाने पर ;
बहुत बड़ी तेजी अब आयी , अब्बासी – हिंदू के आने पर ।
सबसे बड़ा यही है दुश्मन , जो भारत को तोड़ रहा ;
बाकी तो सब खुले-आम थे , ये हिंदू बनकर फोड़ रहा ।
धर्म – सनातन को खतरा है , अपने ही गद्दारों से ;
भेंड़ की खाल में छिपे भेड़िये , इन गुंडों के यारों से ।
आजादी से चल रही है साजिश , हिंदू को मूर्ख बनाने की ;
धार्मिक-शिक्षा हिंदू से छीनी, झूठा-इतिहास पढ़ाने की ।
हिंदू ! अपने शौर्य को भूला , अपने धर्म से दूर हुआ ;
सबसे बड़े यही हैं कारण , जिनसे हिंदू मजबूर हुआ ।
अज्ञान की निद्रा हिंदू सोया , हर हालत में जगाना है ;
बचे – खुचे जो जागे – सनातनी , उनको आगे आना है ।
जलता हुआ एक दीपक भी , सारे दिये जलाता है ;
“संदीप-देव” भी यही कर रहे , सोये-हिंदू को जगाता है ।
“इंडिया स्पीक्स डेली” चैनल है हिंदू-धर्म का नंबर-वन ;
“संदीप-देव” का यही है चैनल , सोशल-मीडिया में ये जतन ।
लगातार ये जगा रहा है , अलख धर्म की लगा रहा है ;
जागो हिंदू ! अब तो जागो , सौभाग्य तुमको जगा रहा है ।
सौभाग्य उदय हो रहा देश का, एकम् सनातन भारत आया है ;
अभी तो इसका “अंकुर” फूटा , अब्बासी-हिंदू घबराया है ।
अब न उसकी चाल चलेगी दुश्मन की न दाल गलेगी ;
ई वी एम से जीतता आया , इसकी पुनरावृत्ति न होगी ।
हमको भारतवर्ष बचाना , हिंदू ! दो कामों को करना ;
ई वी एम रहने मत देना और अच्छी – सरकार बनाना ।
“एकम् सनातन भारत” दल ही , श्रेष्ठतम-सरकार बनायेगा ;
हिंदू ! सदियों से झेल रहा है , सारे अन्याय मिटायेगा ।
सारे अन्याय मिटें भारत से , धर्म का सूरज आयेगा ;
पूरा विश्व प्रकाशित होगा , “राम-राज्य” हिंदू पायेगा ।