विश्व-युद्ध है , महा-युद्ध है , धर्म-युद्ध है होने वाला ;
इसमें केवल वही बचेगा , धर्म – सनातन मानने वाला ।
वामी , कामी , जिम्मी , सेक्युलर , मिट्टी में मिल जायेगा ;
इनका नेता अब्बासी – हिंदू , नामोनिशां मिट जायेगा ।
इतनी भीषण – पाप किये हैं , कलियुग तक है थर्राया ;
कोई पापी नहीं बचेगा , अवतार कल्कि का अब आया ।
आधी-दुनिया नहीं बचेगी , जो भी अधर्मी और विधर्मी ;
अब्बासी-हिंदू के पाप हैं इतने, अब तक ऐसा नहीं कुकर्मी ।
अब्बासी-हिंदू डूब जायेगा , साथ में आधे-विश्व को लेकर ;
वही बचेगा जो भी चलेगा , धर्म – सनातन को लेकर ।
विश्व-युद्ध है बहुत जरूरी , एटॉमिक-वॉर ही होने दो ;
पापी धर्म तभी मानेगा , मरने का डर होने दो ।
पापी तभी राह आयेगा , जब मरने का डर होगा ;
अब्बासी – हिंदू न सुधरेगा , घोर-नर्क में जाना होगा ।
अब्बासी हिंदू को मानने वालो,तुम सब अपनी खैर मनाओ;
तुमको यदि जिंदा रहना है , तो अच्छी-सरकार बनाओ ।
अच्छी-सरकार वही होती है , धर्म-मार्ग पर चलने वाली ;
धर्म-सनातन आश्रयदाता , तब ही दुनिया बचने वाली ।
बड़ा-भाग्य मानुष तन पाया , परम-भाग्य हिंदू घर आया ;
हिंदू-घर में जन्मने वालो , क्यों ये जीवन व्यर्थ गंवाया ?
अब लौं नसानी अब न नसाओ , धर्म-सनातन में आओ ;
दैहिक ,दैविक ,भौतिक तापा , इन तीनों से मुक्ति पाओ ।
तुमको बस इतना करना है , हिंदू-वादी सरकार बनाओ ;
धर्म बचाओ – देश बचाओ , हिंदू-धर्म का शासन लाओ ।
अभी राक्षसों का शासन है , इससे जल्दी मुक्ति पाओ ;
हिंदू ! वोटों को देना सीखो, धर्म-निष्ठ सरकार बनाओ ।
धर्म-निष्ठ सरकार बनेगी , धर्म-युद्ध भी टल जायेगा ;
धर्म-सनातन की जय होगी , “राम-राज्य” भी आयेगा ।
अब तो पूरा – विश्व बचाना , हिंदू ! तेरे हाथ में ;
अच्छी – सरकार बने भारत में , दुनिया होगी साथ में ।
एक मात्र बस यही मार्ग है , ये संसार बचाने का ;
इसी मार्ग पर चलना हिंदू ! “लक्ष्य” तुझे है पाने का ।