इस्लामी-राज हटे भारत से , तब ही भारत आजाद है ;
पन्द्रह अगस्त एकदम बेमानी , जिससे भारत बर्बाद है ।
केवल कहने को स्वतंत्र है , छद्म इस्लामी – शासन है ;
कदम- कदम पर तुष्टीकरण है , पक्षपात का शासन है ।
नीलाम हो गया देश का शासन , चरित्र – हीनता का सौदा ;
वामी,जेहादी,जिम्मी,सेक्युलर , ये करते हैं राष्ट्र का सौदा ।
ज्यादातर इनमें हिंदू हैं , झूठे – इतिहास को पढ़ने वाले ;
स्टॉकहोम सिंड्रोम से पीड़ित , ऐसे नहीं सुधरने वाले ।
एकमात्र उपचार है इनका , धर्म – सनातन अपनायें ;
सोशल मीडिया सामने लाया, उस सच्चे इतिहास में आयें ।
सच्चा – इतिहास व धर्म- सनातन, चमत्कार हो सकता है ;
वामी,कामी,जिम्मी,सेक्युलर , घर वापस आ सकता है ।
हजार बरस से संघर्ष चल रहा ,फिर भी हिंदू समझ न पाया
कौन शत्रु है ? कौन मित्र है ? कभी ठीक से जान न पाया।
दुश्मन धर्म – युद्ध न करता , धोखा देने में माहिर ;
हिंदू धर्म – युद्ध ही करता , सदा रहा ये जगजाहिर ।
इसी वजह नुकसान उठाया , कदम- कदम पर हिंदू ने ;
अब इसकी भरपायी करनी , हर हालत में हिंदू ने ।
दुश्मन पर विश्वास न कतई , सावधान हरदम रहना ;
अपने ग्रंथ बाद में पढ़ना , पहले उनकी पुस्तक पढ़ना ।
हर भाषा में मिले ये पुस्तक , हर हाल में हिंदू को पढ़ना ;
इसी से दुश्मन को जानोगे , हरदम तुम्हें जीतते रहना ।
हिंदू – नेता महामूर्ख है , किसी ने इसको नहीं पढ़ा ;
डीएनए की फर्जी बातें , नारा विश्वास का झूट गढ़ा ।
ऐसे नेता बहुत ही घातक , दुश्मन से ज्यादा घातक हैं ;
तुष्टीकरण का जहर घोलते , ऐसे ही ये पातक हैं ।
जब तक देश में ऐसे नेता , इस्लामीराज न हट पायेगा ;
हिंदू का हित सदा रौंदकर , जेहादी सबकुछ पायेगा ।
अब हर हिंदू आगे आये , अपना सोया भाग्य जगाये ;
राष्ट्र – विरोधी जितने नेता , अब सत्ता से उन्हें हटाये ।
इस्लामी – राज हटाना है अब , हिंदू – राष्ट्र बनाना है ;
परम – साहसी हिंदू – नेता , यूपी – आसाम से लाना है ।
हिंदू – राष्ट्र बनेगा भारत , पूर्ण – स्वराज्य तब आयेगा ;
हजार बरस से चल रही गुलामी , उससे मुक्ति पायेगा ।
“जय हिंदू-राष्ट्र”
रचनाकार: ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”